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घायलों में सबसे अधिक चोट सफाई कर्मी उदय प्रताप मलाह को आई है जिसके शरीर में करीब आधा दर्जन स्टिच लगाया गया है, साथ ही शरीर के कई अंग पर चोट के निशान भी हैं वही मुंडेश्वरी के कर्मी दीनदयाल कानू और मुंडेश्वरी मां के पुजारी मुकेश उपाध्याय को भी सिर में चोट आई है, वहीं श्रद्धालुओं में दो सगे भाई कृष्णा साह और दिलीप साह को माथे में चोट लगी है।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पहुंची और दोनों श्रद्धालुओं को कब्जे में लेते हुए इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया तथा अअकाउंटेंट गोपाल कृष्ण तथा प्रबंधक संदीप ने घायल सभी कर्मियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भगवानपुर में इलाज के लिए ले गये जहां उदय प्रताप मलाह की स्थिति में गंभीर देखते हुए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है, बीडीओ मोहित भारद्वाज ने स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर घटना की जानकारी ली घटना का कारण क्या है अभी खुलासा नहीं हो पाया है जांच के बाद ही खुलासा हो पाएगा।
दरअसल बकरे की बलि चढ़ाने पहुंचे श्रद्धालुओं के द्वारा रसीद नहीं लेने के कारण संभवत यह घटना हुई पुजारी बकरा चढ़ाने की रसीद की मांग कर रहे थे तभी सभी श्रद्धालु उग्र हो गए और देखते ही देखते मंदिर परिसर क्षेत्र में तब्दील हो गया जिसमें सफाई कर्मी उदय प्रताप मलाह को काफी चोटें आई हैं घटना की जानकारी मिलते हैं थानाध्यक्ष अनिल प्रसाद स्वयं मुंडेश्वरी धाम पहुंचे हालांकि काफी भीड़ होने के कारण उन्हें पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, मुंडेश्वरी परिसर में तैनात सैफ जवान मारपीट समय भाग खड़े हुए, श्रद्धालुओं कर्मियों के बीच हुई मारपीट में मुंडेश्वरी मंदिर में तैनात सैफ जवान की कोई भूमिका नहीं देखने को मिली, लोगों ने मुंडेश्वरी मंदिर में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को और बढ़ाने की मांग पुलिस अधीक्षक से की है।