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दरअसल प्रखंड मुख्यालय के सभाकक्ष में आयोजित भारतमाला परियोजना के तहत एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए किसानों की आपत्ति दूर करने के लिए भूमि सुधार उप समाहर्ता कैमूर अनुपम कुमार ने किसानों की बैठक बुलाई थी बैठक में एक्सप्रेसवे निर्माण अपनी भूमि गवाने वाले 192 किसान उपस्थित थे भूमि सुधार उप समाहर्ता कैमूर अनुपम कुमार ने एक एक किसानों से अधिग्रहण एवं मुआवजा की समस्यायों के लिए बात की, किसानों ने बैठक में आवासीय भूखंड, कर्मिशयल भूखंड एवं कृषि भूखंड की जांच करने की मांग की।
किसानों का कहना है कि भूमि अधिग्रहण में ली जा रही भूमि का मुआवजा बताया जाए किसानों ने बैठक में स्पष्ट कहा कि आवासीय भूखंड, कमर्शियल भूखंड और कृषि भूखंड के अनुसार बाजार मूल्य से मुआवजे का निर्धारण किया जाए बाजार मूल्य से कम मुआवजा मिलने पर हम अपनी भूमि एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए नहीं देंगे।
इस संबंध में भूमि सुधार उपसमाहर्ता अनुपम कुमार ने बताया कि 3 डी में किसानों के आपत्ति का निराकरण करने आए हैं एक एक किसानों की भूमि पर जाकर भूमि की प्रकृति का निर्धारण किया जाएगा किसानों को विधिसम्मत उचित मुआवजा दिया जाएगा, अभी भूमि अधिग्रहण को लेकर वस्तु स्थिति का आकलन किया जा रहा है, वही इस बैठक में अंचलाधिकारी नागेन्द्र कुमार, अंचल अमीन किसान अमित रंजन सिंह, श्याम नारायण सिंह, संतोष सिंह, राणा प्रताप सिंह सहित सैकड़ों किसान मजदूर उपस्थित रहे।