Home बिहार बिहार में जातीय जनगणना की तिथि आगे बढ़ने पर सियासी बयानबाजी तेज

बिहार में जातीय जनगणना की तिथि आगे बढ़ने पर सियासी बयानबाजी तेज

जेडीयू के प्रदेश अध्य्क्ष उपेंद्र कुशवाहा

Bihar: बिहार में मंगलवार को जातीय जनगणना की समय सीमा बढ़ा दी गई है इसके साथ ही बिहार में राजनीति तेज हो गई इसे लेकर भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार सरकार इसके लिए जिम्मेदार है वही उनके इस बयान के बाद जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सुशील मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले भारत सरकार से पूछे जिसने हमेशा जाति जनगणना का विरोध किया है, हमारी पार्टी शुरू से ही जातिगत जनगणना को लेकर लड़ाई लड़ती रही है।

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पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी

उपेंद्र कुशवाहा ने आगे कहा कि यह काम केंद्र सरकार का था और हम लोग तो उनके पास भी गए थे लेकिन उन्होंने मना कर दिया तो फिर बिहार सरकार ने खुद जाति जनगणना कराने का फैसला लिया जो तिथि तय हुई थी उसी में जनगणना होगी, बिहार में 10 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र देने के मामले पर कहा कि बीजेपी अपनी प्रधानमंत्री की ओर नहीं देख रही हैं जिन्होंने दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था।

बिहार सरकार ने जो वादा किया था जनता से, उसे पहले पूरा किया गया है नीतीश कुमार के समय में ही नौकरी मिल गई है कुढ़नी विधानसभा चुनाव पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कोई भी अपना उम्मीदवार उतारे लेकिन यह जनता को समझना है कि कौन जीतने वाले और कौन हारने वाले वीआईपी अलग पार्टी है उन्होंने अपना उम्मीदवार उतारा है ओवैसी के पार्टी के कारण गोपलगंज में असर हुआ था और सीधे बीजेपी को फायदा हुआ था, लोगों को यह देखना होगा, मुख्यमंत्री आवश्यकता के अनुसार जाते हैं सिर्फ तबीयत के अनुसार दो उपचुनाव में नहीं गए थे लेकिन इस चुनाव में सभी जाएंगे वोटरों की गोलबंदी होगी।

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