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दरअसल निगरानी टीम ने पटना के ईस्ट बोरिंग कैनाल रोड में जगत भवानी अपार्टमेंट में भी छापेमारी की थी इस अपार्टमेंट के फोर्थ फ्लोर पर फ्लैट नंबर 42A असिस्टेंट इंजीनियर का है कई घंटे तक टीम ने इस फ्लैट को खंगाला हर एक कमरे की जांच की इस बीच 12.50 लाख रुपए से अधिक की ज्वेलरी बरामद हुई, साथ ही अलग-अलग बैंकों के कुल 5 पर पासबुक मिले हैं, एलआईसी(LIC) सहित दूसरी बीमा कंपनियों में लाखों रुपए इन्वेस्टमेंट के कुल 7 कागजात बरामद हुए हैं जिस फ्लैट में रहते हैं उसकी खरीदारी का पेपर भी मिला है वही सीताराम सहनी ने बैंक में दो लॉकर रखा है जिससे निगरानी की टीम खंगालेगी।
निगरानी की टीम को आशंका है कि लॉकर की तलाशी में असिस्टेंट इंजीनियर की काली कमाई का बड़ा राज सामने आ सकता है क्योंकि फ्लैट में किसी दूसरी प्रॉपर्टी के पेपर नहीं मिले हैं जबकि इनके पास और अधिक प्रॉपर्टी होने की सूचना है जिसकी कीमत करोड़ में जा सकती है, आशंका है कि असिस्टेंट इंजीनियर की दूसरी प्रॉपर्टी पटना के अंदर या दूसरे शहरों में भी हो सकती है।
असलियत तो लॉकर खुलने के बाद ही सामने आएगी निगरानी टीम लगातार इस बारे में पता कर रही है, वही औरंगाबाद के बाद जब निगरानी की दूसरी टीम पटना का फ्लैट में छापेमारी कर रही थी तो उस वक्त असिस्टेंट इंजीनियर के पत्नी और बेटा वहां नहीं थे जांच टीम के अनुसार उनकी पत्नी एक दिन पहले ही इंजीनियरिंग कॉलेज में बेटे के एडमिशन कराने के लिए जालंधर के लिए निकली थी।