Bihar, पटना: मोकामा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान जनसुराज पार्टी समर्थक और बाहुबली दुलारचंद यादव की हत्या के बाद पूरे पटना जिला प्रशासन और पुलिस महकमे में हलचल मच गई है। शनिवार की देर रात पटना पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व विधायक और एनडीए प्रत्याशी अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इस हत्याकांड में मुकदमों की संख्या बढ़कर चार हो गई है और अब तक 80 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें हत्याकांड के तीन नामजद आरोपी भी शामिल हैं। कई अन्य से पूछताछ जारी है। इसके साथ ही मामले की जांच सीआइडी कर रही है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

दो थानाध्यक्ष निलंबित, कई अधिकारी बदले गए
घटना के बाद कार्रवाई की लापरवाही और चूक को लेकर पटना एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा ने घोसवरी थानाध्यक्ष मधुसूदन कुमार और भदौर थानाध्यक्ष रविरंजन चौहान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। हत्याकांड के बाद कई अन्य शुरुआती त्रुटियां भी जांच में सामने आईं।
दूसरी ओर, चुनाव आयोग ने भी बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना के ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग समेत चार अधिकारियों को हटा दिया है।
इनमें शामिल हैं—
एसडीओ बाढ़: चंदन कुमार
एसडीपीओ बाढ़-1: राकेश कुमार
एसडीपीओ बाढ़-2: अभिषेक सिंह (तत्काल प्रभाव से निलंबित)
चुनाव आयोग ने इन अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई का आदेश दिया है। इनके स्थान पर नए अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है।
रातभर चली छापेमारी, 80 गिरफ्तार — चार एफआईआर
दुलारचंद हत्याकांड के बाद पुलिस ने शुक्रवार की रात से शनिवार तक लगातार आधा दर्जन थाना क्षेत्रों में छापेमारी की। पहले 35 गिरफ्तारी की पुष्टि हुई थी, जो बढ़कर अब 80 हो गई है। यह कार्रवाई चार प्राथमिकी के आधार पर की गई है।
उधर, पंडारक थाना में राजद समर्थक गौतम कुमार के आवेदन पर चौथी एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, राजद प्रत्याशी वीणा देवी की गाड़ी पर शवयात्रा के दौरान हुए पथराव के मामले में पंडारक पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार किया है।
घटना के बाद उम्मीदवारों की सुरक्षा सख्त
दुलारचंद यादव की हत्या के बाद प्रशासन ने मोकामा विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे सभी प्रमुख उम्मीदवारों की सुरक्षा बढ़ा दी है। डीएम ने कहा—
> “किसी भी असामाजिक तत्व द्वारा कानून तोड़ने या चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश पर कठोर कार्रवाई होगी। सभी हथियारों को सीज करने के आदेश दिए गए हैं। लापरवाही पाए जाने पर पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी।”
एसएसपी का बयान: अनंत सिंह घटना स्थल पर मौजूद थे
पटना एसएसपी ने कहा—
> “घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी। दोनों पक्षों ने मुकदमा दर्ज कराया है। कई गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। चुनाव आचार संहिता का भी उल्लंघन हुआ है। घटना के समय प्रत्याशी मौजूद थे। अनंत सिंह भी वहीं मौजूद थे। अभी तक तीन प्रमुख नामजद आरोपी की गिरफ्तारी हुई है।”
उन्होंने बताया कि अब तक कुल 80 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जबकि कई लोगों से पूछताछ की जा रही है।
गिरफ्तारी के 44 घंटे बाद सार्वजनिक रूप से दिखे अनंत सिंह
नामजद एफआईआर दर्ज होने के बाद करीब 44 घंटे तक छिपे रहने के बाद पूर्व विधायक अनंत सिंह पहली बार सड़क पर दिखे और मोकामा नगर में संपर्क अभियान चलाया, जिसके तुरंत बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।