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पुलिस की टीम जंगल में उसी का इंतजार करने लगी जैसे ही युवक मोहम्मद शहनवाज वहां पहुंचा पुलिस ने उसे दबोच लिया गाड़ी की डिक्की से ब्लड का पैकेट भी बरामद किया है पूछताछ में युवक ने बताया कि एक युवक चूड़ीपट्टी का निवासी है, वो एक क्लीनिक में कंपाउंडर है, वह तीन हजार रुपए में खून लेकर मरीज के परिजनों को उपलब्ध कराता है, उसे भी टीम ने चूड़ीपट्टी से धर दबोचा, पुलिस ने जब पूछताछ की तो उन्होंने कबूल किया कि वे ऐसे लोगों को टारगेट करते हैं जो नशे का सेवन करते हैं गरीब होते हैं जिन्हें रुपए की सख्त जरूरत होती है वह स्मैक के नशे की पूर्ति के लिए अपना खून तक बेच देते हैं ऐसे युवक को प्रलोभन देकर जंगल या सुनसान जगह पर खून निकाला जाता था।
बिहार में शराबबंदी के बाद स्मैक जैसे नशे की गिरफ्त में फंसे युवक खून बेचकर नशा करते हैं हालांकि इसकी भनक पुलिस को देर से हुई है, सूचना मिलने के बाद टाउन थाना अध्यक्ष ने एसपी को मामले की जानकारी दी जिसके बाद ऑपरेशन रक्त के तहत कार्रवाई करते हुए ब्लड के अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया गया।