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दरअसल उपेंद्र कुशवाहा बक्सर से भोजपुर जिले में एक निजी कार्यक्रम को लेकर आए थे वहां से लौटने के दौरान जगदीशपुर नयका टोला के मोड़ के पास उनका स्वागत कार्यकर्ताओं के द्वारा किए गए, तभी विरोध करने पहुंचे लोगों ने उपेंद्र कुशवाहा के गाड़ी के समीप काला झंडा दिखा दिया जिसके बाद कुशवाहा समाज के कार्यकर्ताओं ने विरोध करने वाले लोगों को जमकर पीटा जिसमें दो लोगों का सर फट गया।
इस पूरे मामले को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने बताया कि वह जगदीशपुर के नयका टोला के पास पहुंचे थे जहां उनकी कार्यकर्ताओं के द्वारा उनका स्वागत किया गया, वहां से आगे निकलने क्रम में अचानक उनकी गाड़ी पर पत्थरबाजी की जाने लगी, अचानक हुए इस पत्थरबाजी से वह भी हैरान रह गए जिसके बाद उन्होंने अपनी गाड़ी प्रदर्शन स्थल से थोड़ी आगे बढ़ी और उन्होंने वहां गाड़ी रुकवा दिया, वहां भी कुछ असामाजिक तत्व विरोध कर रहे थे जिसके बाद सुरक्षाकर्मी उतर आए और फिर प्रदर्शन करने वाले असामाजिक तत्व भाग निकले।