Home रामगढ़ उद्भेदन, 3 लाख फिरौती के लिए किया गया था मासूम का अपहरण

उद्भेदन, 3 लाख फिरौती के लिए किया गया था मासूम का अपहरण

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Bihar: कैमूर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत प्रखंड मुख्यालय स्थित सरस्वती शिशु मंदिर से बीते दिनों 29 सितंबर को एक 4 वर्षीय छात्रा का अपहरण कर लिया गया था, मामला सामने आते ही पुलिस हरकत में आई और 24 घंटे के अंदर ही छात्रा को सकुशल बरामद कर लिया पुलिस ने इस मामले में फिलहाल 2 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान मोहनिया थाना क्षेत्र के गौरा गांव निवासी राम व्यास सिंह के पुत्र बिट्टू यादव उर्फ भोलानाथ यादव वहीं दूसरा रामगढ़ थाना क्षेत्र के जमुरना गांव निवासी स्व. बड़े लाल सिंह का पुत्र नीरज कुमार शामिल है।

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शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एसपी राकेश कुमार ने घटना और अनुसंधान के संबंध में जानकारी दी और बताया कि 3 लाख फिरौती के लिए छात्रा का अपहरण किया गया था फिलहाल अपहरकर्ताओ को गिरफ्तार कर लिया गया है पुलिस ने पास से एक इंडिका कार, 2 मोबाइल, 30 रूपए एक कड़ा बरामद किया है कार भी चोरी की प्रतीत हो रही है फिलहाल पुलिस इस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस गंभीर हुई और अनुसंधान शुरू कर दिया अनुसंधान के क्रम में पुलिस को स्कूल से कोई सुराग नहीं मिला क्योंकि स्कूल का सीसीटीवी कैमरा बंद था जिसके बाद पुलिस ने पास के एक दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला जिसमें एक व्यक्ति बच्ची को ले जाते हुए नजर आया था जिस तरह से व्यक्ति उस बच्चों को ले जा रहा था इससे साफ हो गया था कि बच्ची उस व्यक्ति को पूर्व से ही जानती है और अनुसंधान के क्रम में भी पाया गया कि अभियुक्त के द्वारा उक्त बच्चे के स्कूल के क्लास रूम की रेकी की गई साथ ही वर्ग में शिक्षक कब आते हैं आदि की भी रेकी की गई थी, सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि बच्ची का अपहरण सुबह लगभग 9:13 से 9:17 के बीच किया गया था।

घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी और जिले के सभी थाना की सीमा को सील कर चेकिंग शुरू कर दिया इसके लिए एक विशेष टीम का गठन किया और कई जगहों पर छापेमारी शुरु हो गई लेकिन कोई सफलता नहीं मिली इसी दौरान अपहरणकर्ताओं ने छात्रा के चाचा के मोबाइल पर फोन कर फिरौती की राशि मांगी उसी नंबर के आधार पर पुलिस ने अनुसंधान शुरू कर दिया और उस नंबर को ट्रेस करते हुए सर्विलांस के आधार पर कार्रवाई शुरू की अनुसंधान के क्रम में टोल प्लाजा सासाराम के सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन किया गया जिसमें पता चला कि एक इंडिका कार 10:31 बजे वहां पहुंची थी जिसमें 1 बच्चे दिखाई दे रही है, वही कार 1:25 पर टोल प्लाजा आसमा के और 3:31 पर बरही हजारीबाग पहुंचा तीनों जगहों के सीसीटीवी फुटेज में वह व्यक्ति और छात्रा कार में मौजूद दिखे।

सासाराम टोल प्लाजा कर्मी ने बताया कि उक्त वाहन के चालक द्वारा वाहन को दूसरे रास्ते से निकालने का प्रयास किया गया जिसको लेकर कहासुनी भी हुई थी गाड़ी के नंबर मिटाया हुआ था और उजली रंग से पेंट किया गया था शीशा काला रंग का था ताकि कोई बाहर से ना देख सके, अनुसंधान के क्रम में पुलिस को 30 सितंबर की सुबह 6 बजे झारखंड के कुजू थाना क्षेत्र में अपहरणकर्ता के मोबाइल का लोकेशन मिला इस दौरान भी लोकेशन बाल बार बदल रहा था, तब एसपी कैमूर ने रामगढ़ व बोकारो के एसपी से सहयोग करने की बात कही, तब कैमूर की पुलिस टीम व बोकारो व रामगढ़ की पुलिस ने कुज्जू थाना क्षेत्र के कोयला मंडी में खड़ी एक इंडिका कार को घेर लिया, जिसमें से छात्रा को सकुशल बरामद करते हुए बिट्टू यादव गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस की पूछताछ में बिट्टू यादव ने बताया कि उसने अपने साथी नीरज कुमार के साथ 15 दिन पूर्व इस घटना की योजना बनाई थी और पिछले 7 दिन से अपहरण करने की फिराक में था लेकिन सफलता नहीं मिल पाई थी 29 सितंबर को वह अपने काम में सफल हुआ, अपहरणकर्ता ने बताया कि नीरज ने ही कहा था की छात्रा को लेकर आने के दौरान टोल प्लाजा पर मिलेगा लेकिन लोगों की आवाजाही के वजह से वह नहीं मिल सका, तब टोल प्लाजा पार करने के बाद बिट्टू ने 8 लोगों से मोबाइल पर संपर्क किया इसके बाद वह बच्ची को लेकर सीधे कुजू चला गया उसे पहुंचने पर गाड़ी में पेट्रोल खत्म हो गया और उनके पास मात्र 30 रूपए थे, इस दौरान पुलिस टीम मोबाइल का लोकेशन ट्रेस करते हुए वहां पहुंची और बच्ची को बरामद करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया वही एसपी के निर्देश पर गठित टीम में डीएसपी मोहनियां के नेतृतव में गठित टीम में पुलिस निरीक्षक इन्तेखाब अहमद, थानाध्यक्ष मोहनियां ललन कुमार, रामगढ़ थानाध्यक्ष राम कल्याण यादव, डीआईयू प्रभारी संतोष कुमार वर्मा आदि शामिल थे।

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