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पुलिस की तैनाती के कारण सड़क पर कोई भी प्रदर्शन नहीं कर रहे पर कहीं-कहीं लोग एकत्रित होकर विरोध जता रहे हैं इससे पहले 2 जुलाई को गुरुवार की रात में हुए घटना में अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है जिससे लोगों में आक्रोश से दुकानदारों का कहना है कि 2 जुलाई घटना के बाद डीएम सुहर्ष भगत और एसपी स्वप्ना गौतम हसपुरा आए थे, दोनों समुदाय के साथ बैठक की थी और घटना में शामिल असामाजिक तत्वों गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था।
डीएम और एसपी के आश्वासन से लोगों में उम्मीद जाती थी कि ऐसी घटना नहीं होगी लेकिन एक माह के अंदर एक बार फिर असामाजिक तत्वों के द्वारा ऐसी घटना को अंजाम दिया गया ग्रामीणों के अनुसार ऐसी घटना समाज में तनाव पैदा करने और आपसी सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य की जा रही है थाना पुलिस को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए, घटना के बाद शुक्रवार को एसडीपीओ हसपूरा पहुंचे जहां मामले की जानकारी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया दोनों समुदाय के साथ ग्रामीणों की बैठक हुई दोनों समुदाय से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
घटना के बाद इंटरनेट मीडिया पर नज़र रखी जा रही है फेसबुक से लेकर व्हाट्सएप ग्रुप तक पुलिस निगरानी रख रही है यह भी देखा जा रहा है कि कोई आपत्तिजनक पोस्ट ना करें, घटना पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने विरोध जताया है भाजपा के मंडल अध्यक्ष विनोद शर्मा, पूर्व मंडल अध्यक्ष अमन कुशाहा, प्रखंड महामंत्री अनिल आर्य, पार्टी नेता सुरेंद्र सिंह समेत अन्य भाजपा नेताओं ने कहा कि दो जुलाई के बाद गुरुवार की रात में यह दूसरी घटना का होना कहीं न कहीं असामाजिक तत्वों का बढ़ा मनोबल का दर्शाता है, गिरफ्तारी नहीं होना पुलिस की निष्कियता को भी बताता है।