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घटना के बाद तीन घायलों को सीएचसी बाराचट्टी में प्राथमिक उपचार के बाद अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, घायलों में कंचन कुमारी, पिंटू मांझी, राशो देवी गंभीर रूप से घायल हुई है जबकि कंचन कुमारी की मौत गया ले जाने के दौरान रास्ते में हो गई, वही सूरज कुमार गुलरवेद और गोविंद माझी ग्राम बनवारा की मौत घटनास्थल पर ही हो गई है।
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ग्रामीणों का आरोप है कि आर्मी के फायरिंग अभ्यास के दौरान गोला गिरने से ऐसी घटना घटित हुई है, घटना के वास्तविक जांच हेतु जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने फॉरेंसिक टीम सहित पांच उच्चस्तरीय टीम का गठन किया है, साथ ही तत्काल सभी प्रकार के फायरिंग अभ्यास को रोकने हेतु राज्य अवस्थित रेंजर मंडल पदाधिकारी को अनुरोध किया गया है, तत्काल प्रभावित परिवार को पारिवारिक योजना एवं कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत लाभ दिया गया है, हर संभव सरकारी योजना से लाभ आच्छादित करने हेतु निर्देश दिया है वही इलाजरत घायल लोगों को बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल के अधीक्षक को निर्देशित दिया गया है।
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घायलों को देखने स्वयं डीएम मगध मेडिकल अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने घायलों से घटना की जानकारी ली, साथ ही मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, घटना के बाद पीड़ित के घर में होली का माहौल मातम में बदल गया, इस संबंध में गया के वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने बताया कि बाराचट्टी थाना क्षेत्र के एक गांव की एक घर पर गोला गिरा है जिसमें 3 लोगों की मौत हो चुकी है पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की जांच कर रही है, गांव से ही कुछ दूरी पर फायरिंग रेंज है जहां अर्धसैनिक बल सुरक्षा एजेंसी से जुड़े लोग अभ्यास करते हैं जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि जो गोला घर पर गिरा है वह सुरक्षा एजेंसी का है या नहीं।
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मृतक के स्वजन मंजू देवी बताती है कि हमलोग होली पर्व को लेकर अपने घर मे पूआ पकवान बना रहे थे घर आंगन मे खाट पर बैठकर हमारे ननदोशी गोविंद मांझी और सुरज कुमार बच्चो के साथ खा रहे थे, हमारी छोटी ननद कंचन कुमारी इन सबको पकवान खिला रही थी इसी बीच आंगन मे गोला गिरा हर तरफ धुंआ-धुंआ नजर आने लगा कुछ पता नहीं चल रहा था कुछ ही देर मे आंगन पर हमारे ननदोशी और देवर वहां लहुलुहान पड़े थे जबकी ननद कंचन खून से लथपथ तड़प रही थी।
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