Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
परिजनों के अनुसार बच्चे घर के आंगन में खेल रही थी आंगन में लोहे की छड़ का टुकड़ा रखा हुआ था खेलने के दौरान अचानक बच्ची पेट के बल गिर गई और छड़ का टुकड़ा पेट में घुस फस गया, जिससे बच्ची की आंत का कुछ भाग बाहर निकल आया और धीरे-धीरे बच्ची की हालत गंभीर होने लगी और फिर उसकी मौत हो गई, मासूम की मौत के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
दरअसल बच्ची के पेट में आंत के कुछ भाग बाहर आने की वजह से उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी इसके बावजूद सर्जन डॉक्टर रहने पर भी सदर अस्पताल में बच्ची का आपरेशन नहीं हो पाया बताया जा रहा है कि ओटी असिस्टेंट ड्यूटी से गायब थे नतीजन बच्ची का ऑपरेशन नहीं हो पाया और इलाज के लिए पटना ले जाने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गई अगर बच्ची का ऑपरेशन सदर अस्पताल में हो जाता तो बच्ची की जान बच सकती थी लेकिन डॉक्टर और जिम्मेदार पदाधिकारियों की लापरवाही दिन पर दिन बढ़ती जा रही है कई बार इलाज में कोताही बरतने को लेकर हंगामा भी हुआ लेकिन स्थिति वही की वही हरबार सारी सुविधाएं मौजूद होने के बाद भी मरीजों को रेफर कर दिया जाता है, जिस वजह से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।