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इसका किराया पैसेंजर ट्रेन से 20 गुना तथा एक्सप्रेस से 10 गुना उनके जले शरीर पर नमक छिड़कने के समान है क्योंकि गरीब मध्यवर्गीय परिवार गया से पटना के लिए चेयर कार का भाड़ा 430 रूपए देने में सक्षम नहीं है, यूपीए शासन काल में गरीबों को सस्ते दर में एसी गरीब रथ चलाया गया जिसका गया से दिल्ली का 994 किलो मीटर का भाड़ा केवल 1250 रूपए है।
प्रधानमंत्री केंद्रीय रेल मंत्री से बंदे भारत ट्रेन के निर्धारित भाड़ा में 50% की कमी कर चेयर का का भाड़ा 215 रूपए तथा एक्सक्लूसिव क्लास का 412 रूपए करने की मांग की है, ताकि देश के अधिसंख्य गरीब और मध्यवर्गीय परिवार भी इसमें सफर कर सके उन्होंने ने इसके अलावा वर्षो से कोविड-19 के समय से बंद वरिष्ठ नागरिकों, खिलाड़ियों, पत्रकारों के मिलने वाली रियायत को चालू करने की मांग भी की।