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गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश के गोरखपुर कैंट से पहुंचे पुलिसकर्मियों को सौंप दिया गया इसकी पुष्टि पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने की है बताया जाता है कि बाहुबली विधायक तिवारी पर कैंट वर्ष 1998 में गैंगस्टर एक्ट के तहत कांड संख्या 71 दर्ज है, पुलिसकर्मियों पर कारबाइन से फायरिंग करने का आरोप है जिसमें 14 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे इस मामले में यूपी के अदालत ने वारंट जारी किया था तब से यूपी पुलिस बाहुबली विधायक की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी थी।
इस संबंध में हरैया ओपी प्रभारी विवेक कुमार जायसवाल ने बताया कि गोरखपुर कैंट थाना के इंस्पेक्टर शशिभूषण राय एक टीम के साथ इनकी गिरफ्तारी को लेकर पहुंचे थे, जिसके आधार पर रक्सौल हरैया ओपी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गैंगेस्टर कांड के आरोपित तिवारी को गिरफ्तार किया, उनके साथ चालक सहित कुल चार लोग थे। जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।
बताया जाता कि यूपी पुलिस ने राजन तिवारी पर 20 हजार का इनाम भी घोषित किया था गिरफ्तारी के बाद रक्सौल पुलिस ने यूपी पुलिस को सौंप दिया है गोरखपुर पुलिस ने पूर्व विधायक राजन तिवारी का उत्तरप्रदेश में सक्रियता को देख शिकंजा कसा है जिसके तहत उत्तर प्रदेश डीजीपी मुख्यालय ने प्रदेश के 61 माफियाओं की सूची में उनका नाम शामिल किया था।
जोन कार्यालय से राजन तिवारी पर मुकदमे की जांच शुरू हुई तो पता चला कि गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी 17 साल से वह कोर्ट में पेश नहीं हो रहे हैं, जिसके बाद एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने राजन तिवारी की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट में पेश करने के लिए सीओ कैंट श्याम विंद के नेतृत्व में टीम बनाई, जिसमें प्रभारी निरीक्षक कैंट, एसओजी व सर्विलांस की टीम शामिल थी।