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पीड़ित के द्वारा बताया गया कि वह अपने घर के सामने मिस्त्री और लेबर लगाकर चापाकल की बोरिंग करा रहे थे बोरिंग हो रही थी वही पर हम बैठे थे तभी बच्चा तिवारी, कन्हैया तिवारी, ओमप्रकाश तिवारी, अभिषेक तिवारी सहित 9-10 लोग लाठी डंडा लेकर आए और बोले कि यह हमारी जमीन है इस पर बोरिंग क्यों करा रहे हो, इनके द्वारा कहा गया कि ये मेरा जमीन है आप को परेशानी है तो नापी करा लीजिये, इतने पर सभी लोग गाली-गलौज करते हुए लाठी डंडे से उन्हें पीटने लगे।
इन लोगों के द्वारा मारपीट कर हमें गिरा दिया गया तब तक घर से परिवार और परिजन बीच बचाव के लिए पहुंचे तो उनके साथ ही मारपीट की गई, हल्ला सुनकर गांव के ग्रामीण दौड़े मजदूर और मिस्त्री ने मिलकर लोगों को हटाया जिसके बाद वह अपने परिजन के साथ थाने आवेदन देने पहुंचे जहां थानाध्यक्ष द्वारा इलाज के लिए पीएचसी भेजा गया।
पीड़ित के द्वारा बताया गया कि थानाध्यक्ष द्वारा पहले इलाज करा कर आने के लिए कहा गया है उसके बाद ही आवेदन लिया जाएगा घायल व्यक्ति का इलाज पीएचसी में किया जा रहा है, इस सम्बंध थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि पीड़ित द्वारा आवेदन दिया गया है आगे की कार्रवाई की जा रही है।