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घटना के एक घंटे बाद लोगों को बाइक गढ़े में गिरने का आभास हुआ। जिसके बाद अर्द्ध निर्मित पुलिया में फंसे लोगों को बाहर निकाला। जिसमें एक युवक की मौत हो चुकी थी। चीख पुकार सुन स्थानीय लोगों ने मौके पर पहुंच दोनों युवकों को बाहर निकाल कर रेफरल अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सकों ने इलाज से पहले ही रमेश को मृत घोषित कर दिया। जबकि दूसरा जख्मी युवक का इलाज जारी है। पुलिस मृत युवक के शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भभुआ भेज दिया। बताया जा रहा है कि दोनों युवक बाइक से नुआंव के गर्रा से बारात कर लौट रहे थे। बारात सदुल्लहपुर गांव से गई थी। दोनों युवक बाइक से अपने गांव डंडवास लौट रहे थे। अभी इनकी बाइक सूर्यपुरा नहर पुलिया के पास पहुंची भी नहीं थी कि सामने से आ रही गाड़ी के लाइट पड़ने से सड़क में अर्द्ध निर्मित पुलिया में बाइक गिर पड़ी और नकले राड धंस जाने से एक युवक की मौत हो गई। जबकि दूसरा युवक गिरकर लहुलुहान हो गया।
सड़क निर्माण का कार्य करा रही कोलकाता की कंपनी द्वारा इस जगह कोई इंडिकेटर नहीं लगाने से यह हादसा हो गया। इसी तरह से तीन चार घटनाएं कंपनी के लापरवाही से एक महीने के अंदर हुई है। आपको बता दें कि चौसा से मोहनियां तक कोलकाता की कंपनी द्वारा सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इस दौरान दर्जनों जगहों पर छोटी बड़ी पुलिया का कार्य अभी अधूरा है। अर्धनिर्मित पुलिया के पास मोटे मोटे राड निकलें हुए हैं। जो दिन में तो बाइक सवार को दिख जाते हैं, रात्रि में दिखाई नहीं पड़ता। इसी कारण से दुर्घटना ज्यादा हो रही है। वही लोगों ने जिलाधिकारी से मांग कर कहा कि सड़क निर्माण कंपनी के लापरवाही से ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इस कंपनी पर मुकदमा हो तथा पीड़ित लोगों को कंपनी द्वारा मुआवजा दिलाया जाय।