After killing the young man in Nawada, the dead body was thrown in a sack and thrown in the forest

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जानकारी के अनुसार बुधवार को ग्रामता पूजा में हर वर्ष के भांति वह सगाही बाबा की पूजा के लिए लगाही डैम गया था, जिसके बाद खस्सी काटने के बाद वहां खस्सी का मीत चावल बना था, दरअसल ऊपर डीह, भटबिघा, रतनपुर और भालुआही, शाहपुर आदि गांव में सार्वजनिक चंदा कर हर वर्ष सगाही बाबा के भिंड पर बड़ा सा खस्सी काटने की परंपरा चली आ रही है, कार्यक्रम के बाद सभी लोग लौट कर आ गए थे, लेकिन सुशील कुमार चौधरी घर नहीं लौटा, जिसके बाद परिजनों ने कार्यक्रम में गए लोगों से जानकारी प्राप्त की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका।
गुरुवार को केवाल जंगल में स्वजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से खोजबीन की लेकिन कहीं अता पता नहीं चल सका, शुक्रवार को जयप्रकाश नगर मुसहरी टोला एवं सटे जंगलों के आसपास खोज की गई, शनिवार को सगही डैम से सटे कोसुम्हा जंगल में खोज की गई तो नाले के समीप से एक खाद के बोरे में बंधा हुआ शव पाया गया।
मृतक की मां ने बताया की शुक्रवार को सुशील ने घर के नंबर पर फोन किया था की कोस्महा के जंगल में रास्ता भूल गया है, जिसके बाद मोबाइल बंद हो गया था, आशंका जताई जा रही है की जंगल में मोबाइल छीन कर उसकी हत्या कर दी गई है।
सूचना के बाद सिरदला थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा के निर्देश पर एसआई गोविंद प्रसाद सिंह ने पुलिस के साथ जंगल में पड़ा शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए नवादा भेज दिया है और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।
वही बताया जा रहा है की मृतक की पत्नी की एक वर्ष पूर्व बीमारी के कारण मौत हो गई थी, वही मृतक को दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिसके बाद दोनों बच्चों के सर से माता-पिता का साया उठ गया है, हत्या के कारणों एवं शामिल लोगों के पहचान के लिए पुलिस जुट गई है, वही मृतक के भाई ने बताया है की पूजा के बाद सुशील का कुछ लोगों से बक-झक भी हुई थी।