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मृतका का मायका झारखंड के बोकारो में है और उसका ससुराल शेखपुरा के गिरिहिंडा में मृतक के ससुर और पति आशीष कुमार शेखपुरा के गिरिहिंडा में निजी क्लीनिक चलाते हैं इस घटना में ससुर और काम करने का करने वाली नर्स का भी नाम सामने आया है मां बेटे को गंगा में मनीष कुमार की भागीदारी बताई गई है पुलिस के मुताबिक एंबुलेंस चालक सुनील चौधरी ने एंबुलेंस पर ले जाकर दोनों मां-बेटे को मुंगेर के गंगा नदी में 3 अक्टूबर को फेंक दिया था।
मृतका के मायके वालों ने 13 अक्टूबर को शेखपुरा थाने में विवाहिता और उसके पुत्र की गुम होने की प्राथमिकी दर्ज के साथ किसी अनहोनी होने की आशंका जताई थी लगभग एक पखवाड़े के बाद पुलिस को इस मामले में कोई सुराग नहीं मिला जिसके बाद एसपी ने इस मामले में पुलिस की टेक्निकल टीम को लगाया, टेक्निकल टीम ने विवाहिता के पति आशीष फोन के सीडीआर के आधार पर इस मामले का उद्भेदन किया और शुक्रवार की रात विवाहिता के पति और गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार विवाद होने के बाद पति और ससुर की मदद से मेडिकल क्लिनिक में इस्तेमाल होने वाली एनेथेसिया सुंघाकर बेहोश कर दिया अपने ही एंबुलेंस पर महिला को रोगी की तरह सुलाकर इलाज के लिए बाहर जाने के नाम पर मुंगेर में गंगा नदी में फेंक दिया पुलिस के बयान में एंबुलेंस चालक ने बताया कि बेहोश विवाहिता के साथ उसका 4 वर्ष पुत्र को भी एंबुलेंस से लाया गया था और उसने नदी में दोनों को फेंक दिया गया।