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उन्होंने कहा की इस बार बिहार की जनता ने ऐतिहासिक रूप से बदलाव के लिए वोट किया है, 18 नवंबर को नई सरकार की शपथ तय है। आगे कहा की इस चुनाव में जो फीडबैक मिला है, वह बेहद सकारात्मक हैं। 1995 के चुनाव से भी बेहतर प्रतिक्रिया इस बार मिली है। जनता नीतीश कुमार की सरकार से ऊब चुकी है। इस बार बिहार में महागठबंधन की सरकार बनेगी। तेजस्वी ने प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए एग्जिट पोल लाए जाने का आरोप लगाया।उनके मुताबिक, मतगणना में लगे अधिकारियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए ये सर्वे जारी किए गए हैं। भाजपा और एनडीए बौखलाहट में हैं। जब लोग कतारों में वोट डाल रहे थे, तभी एग्जिट पोल दिखाए जाने लगे—ये लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है।
हकीकत यह है कि बिहार में इस बार कलम वाली सरकार बनेगी, नौकरी वाली सरकार आएगी। हम सब सतर्क हैं और किसी भी तरह की गड़बड़ी के लिए तैयार हैं। अगर बेईमानी हुई तो जनता जवाब देगी। साथ ही तेजस्वी ने आरोप लगाया की प्रशासनिक स्तर पर मतगणना की प्रक्रिया को धीमा करने की साजिश और यहां तक कि सेना से फ्लैग मार्च करवाकर लोगों में दहशत फैलाने की कोशिश की जा रही है। तेजस्वी ने दावा किया कि बार मतदान में 72 लाख अधिक वोट पड़े हैं, जो जनता के मूड का संकेत है। हर विधानसभा में वोटिंग बढ़ी है और यह वोट बदलाव के लिए पड़ा है। 14 तारीख को नतीजे आएंगे और 18 को नई सरकार शपथ लेगी यह तय है।