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बताया जा रहा है कि घर की सीढ़ी के नीचे ड्रेसिंग टेबल रखा गया था इसी टेबल के नीचे सांपो में अपना डेरा बना लिया था शुक्रवार की शाम सांपों का रेस्क्यू शुरू हुआ जो रात तक चला दरअसल बच्चे घर में खेल रहे थे, इसी दौरान एक सांप के नजदीक से गुजरा सांप को देखकर बच्चों ने शोर मचाना शुरू किया स्थानीय लोग पहुंचे और सांप को निकालने में जुट गए सांप तेजी से ड्रेसिंग टेबल के नीचे जाकर घुस गया, लोगों ने ड्रेसिंग टेबल हटाने पर तीन से चार की संख्या में कोबरा सांप को देखा लोगों में अफरा-तफरी मच गई।
स्थानीय सांप पकड़ने वाले नेटूआ को बुलाया गया, शुक्रवार की शाम रेस्क्यू शुरू हुआ जो रात तक चलता रहा इतनी बड़ी संख्या में सांपों को देखकर लोग भी डर गए घरवाले रात भर डर से नहीं सोए बताया जा रहा है कि घर में कोई भी आदमी नहीं रहता सभी बाहर कमाते हैं घर पर केवल महिलाएं और एक वृद्ध बच्चों के साथ रहते हैं, जैसे ही रेस्क्यू शुरू हुआ, वहां मौजूद लोग दंग रह गए एक के बाद एक तकरीबन 12 सांप और उनके बच्चों का स्नेक कैचर ने रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया इतना ही नहीं करीब 50 से 60 अंडों को भी सांपों के घरों से बाहर निकाला गया।
नेटूए द्वारा रेस्क्यू किए गए सांपों को प्लास्टिक के डिब्बे, प्लास्टिक के बोरे, प्लास्टिक की बाल्टी और पन्नी में भर दिया गया वहीं सांपों के अंडे को एक पॉलीथिन में रखा गया इसके बाद गंडक नदी के किनारे नेटूए द्वारा सकुशल सभी सांपों को छोड़ दिया गया है, वही इतनी बड़ी तादाद में सांपों के निकलने से लोग हैरान और परेशान हैं।