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इन ग्रहों की उपासना से बन सकते हैं आकस्मिक लॉटरी व सट्टा जीतने के योग

आकस्मिक लॉटरी व सट्टा जीतने के योग

आकस्मिक लॉटरी व सट्टा जीतने के योग: मानव जीवन में धन प्राप्ति के अनेक साधन हैं, लेकिन कभी-कभी अचानक मिलने वाली धनराशि—जैसे लॉटरी, सट्टा, शेयर मार्केट का लाभ या कोई आकस्मिक इनाम—व्यक्ति के भाग्य को पलट देती है। ज्योतिष में इसे “अकस्मात लाभ” या “अचानक प्राप्ति” कहा जाता है, जो प्रायः ग्रह-नक्षत्रों के विशेष योग से संभव होता है।

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आकस्मिक धन प्राप्ति के उपाय

1. आकस्मिक धन के पीछे कौन से ग्रह हैं प्रमुख

ज्योतिष शास्त्र में आकस्मिक लाभ के कारक ग्रह मुख्य रूप से राहु, केतु, शनि और बृहस्पति माने जाते हैं।

राहु — जुआ, सट्टा, लॉटरी, विदेशी लाभ और अनपेक्षित धन से जुड़ा है।

केतु — अप्रत्याशित घटनाएं और रहस्यमयी लाभ देता है।

शनि — भाग्य के साथ परिश्रम और समय के योग से धन दिलाता है, खासकर दशा-अंतर्दशा में।

बृहस्पति — भाग्य का विस्तार करता है, अचानक अवसर देता है।
इसके अलावा चंद्रमा की दशा या गोचर भी मानसिक निर्णय क्षमता और सही समय पर सही कदम उठाने की शक्ति देता है।

2. ज्योतिषीय दृष्टिकोण से लॉटरी व सट्टा योग

कुंडली में यदि पंचम भाव (सट्टा, मनोरंजन, निवेश) और अष्टम भाव (अकस्मात लाभ, विरासत) के स्वामी आपस में शुभ दृष्टि या योग बना रहे हों, साथ में राहु या केतु का प्रभाव हो तो अचानक बड़ी धनराशि मिलने की संभावना बढ़ जाती है।

गुरु का पंचम या अष्टम भाव में होना शुभ संकेत है।

राहु का पंचम भाव में शुभ ग्रह से युति सट्टा में लाभ दे सकता है।

शुक्र और चंद्रमा का शुभ योग, विलासिता और सुख के साथ आकस्मिक धन देता है।

3. ग्रहों की उपासना से लाभ कैसे बढ़ता है

ज्योतिष में माना जाता है कि ग्रहों की शांति और अनुकूलता बढ़ाने के लिए उपासना, मंत्र-जप, दान और व्रत कारगर होते हैं।

राहु के लिए — “ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः” मंत्र जपें, शनिवार को काले तिल, नीले फूल दान करें।

केतु के लिए — “ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः” मंत्र, कंबल दान, कुत्तों को भोजन दें।

शनि के लिए — “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र, पीपल पर तेल चढ़ाएं, मजदूरों को दान करें।

बृहस्पति के लिए — “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः” मंत्र, गुरुवार को पीली वस्तु दान।

4. सभी राशियों के लिए विशेष उपाय व ग्रह उपासना

1. मेष राशि

शुभ ग्रह: मंगल व बृहस्पति

उपाय: मंगलवार को हनुमान चालीसा पाठ, गुरुवार को पीले कपड़े दान।

योग: पंचम भाव में गुरु-राहु योग हो तो लॉटरी का लाभ संभव।

2. वृषभ राशि

शुभ ग्रह: शुक्र व राहु

उपाय: शुक्रवार को दुर्गा सप्तशती का पाठ, नीले कपड़े से बचें।

योग: राहु-शुक्र का पंचम भाव में होना अचानक धन दिला सकता है।

3. मिथुन राशि

शुभ ग्रह: बुध व शुक्र

उपाय: बुधवार को हरे वस्त्र पहनें, गणेश जी की उपासना करें।

योग: बुध-राहु का पंचम भाव में योग सट्टा लाभ देता है।

4. कर्क राशि

शुभ ग्रह: चंद्र व गुरु

उपाय: सोमवार को दुग्ध दान, शिव अभिषेक।

योग: चंद्र-गुरु का अष्टम भाव में होना आकस्मिक धन दे सकता है।

5. सिंह राशि

शुभ ग्रह: सूर्य व गुरु

उपाय: रविवार को आदित्य हृदय स्तोत्र पाठ, गरीबों को गेहूं दान।

योग: सूर्य-राहु के शुभ योग से अचानक इनाम मिल सकता है।

6. कन्या राशि

शुभ ग्रह: बुध व शुक्र

उपाय: गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ, हरे मूंग का दान।

योग: बुध-गुरु का पंचम भाव में होना लॉटरी योग बनाता है।

7. तुला राशि

शुभ ग्रह: शुक्र व शनि

उपाय: शनिवार को पीपल वृक्ष की पूजा, तिल का दान।

योग: शनि-शुक्र का शुभ दृष्टि से पंचम भाव को देखना लाभकारी।

8. वृश्चिक राशि

शुभ ग्रह: मंगल व राहु

उपाय: मंगलवार को लाल चंदन का तिलक, हनुमान जी को सिंदूर अर्पित।

योग: मंगल-राहु युति से सट्टा में लाभ।

9. धनु राशि

शुभ ग्रह: गुरु व केतु

उपाय: गुरुवार को पीले चावल दान, केतु मंत्र जप।

योग: गुरु-केतु का अष्टम भाव में होना अप्रत्याशित लाभ देता है।

10. मकर राशि

शुभ ग्रह: शनि व चंद्र

उपाय: शनिवार को काली उड़द दान, चंद्र मंत्र जप।

योग: शनि-चंद्र का शुभ संबंध अकस्मात धन देता है।

11. कुंभ राशि

शुभ ग्रह: शनि व राहु

उपाय: शनिवार को तेल का दान, राहु मंत्र जप।

योग: राहु-शनि का पंचम भाव में योग लॉटरी जीतने का संकेत।

12. मीन राशि

शुभ ग्रह: गुरु व शुक्र

उपाय: गुरुवार को पीला पुष्प चढ़ाएं, शुक्रवार को दुर्गा जी की पूजा।

योग: गुरु-शुक्र के शुभ योग से भाग्य प्रबल होता है।

सावधानियां

केवल लॉटरी या सट्टा पर निर्भर न रहें, इसे सहायक अवसर की तरह लें।

ग्रह उपासना करते समय विधि-विधान का पालन करें।

नकारात्मक योग में निवेश से बचें।

लालच से बचें, अन्यथा लाभ के बजाय हानि भी संभव है।

निष्कर्ष

ग्रहों की अनुकूल स्थिति और सही उपासना से आकस्मिक लाभ के योग बनते हैं, लेकिन यह निश्चितता नहीं है। ज्योतिष मार्गदर्शन देता है, परंतु अंतिम परिणाम कर्म, समय और भाग्य के संगम पर निर्भर करता है। इसलिए लॉटरी या सट्टा को जीवन में आनंद और अवसर के रूप में लें, न कि आय का स्थायी साधन।

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