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चंद्र ग्रहण
तारीख और समय:
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पेनुम्ब्रल चरण की शुरुआत – 7 सितंबर 2025, रात 20:58 बजे
आंशिक चरण – रात 21:56 बजे
पूर्ण चंद्र ग्रहण (Totality) – रात 23:00 से 00:22 तक
समाप्ति – 8 सितंबर 2025 की सुबह 02:25 बजे
👉 इस ग्रहण की कुल अवधि लगभग 5 घंटे 27 मिनट होगी, जबकि पूर्णता का दौर करीब 82 मिनट तक चलेगा। यह हाल के वर्षों में सबसे लंबे ग्रहणों में से एक होगा।
दृश्यता:
भारत में यह ग्रहण शुरू से अंत तक साफ-साफ दिखाई देगा।
एशिया, यूरोप, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बड़े हिस्सों में भी इसे देखा जा सकेगा।
चंद्रमा इस दौरान लालिमा लिए हुए दिखाई देगा, जिसे आमतौर पर ब्लड मून कहा जाता है।
2. भारत में कहां दिखेगा स्पष्ट
भारत के हर कोने में यह ग्रहण स्पष्ट रूप से दिखेगा। बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, लखनऊ, पटना, भोपाल और जयपुर में इसे बिना किसी बाधा के देखा जा सकेगा। ग्रामीण और कम रोशनी वाले क्षेत्रों में इसका नजारा और भी खूबसूरत रहेगा।
👉 अच्छी दृश्यता के लिए खुले मैदान या ऊँची छत सबसे उत्तम जगह होगी।
3. ज्योतिषीय प्रभाव
इस बार का ग्रहण मीन राशि (Pisces) में हो रहा है। ज्योतिष के अनुसार, इसका असर चार मुख्य परिवर्तनीय राशियों (Mutable Signs) पर गहरा रहेगा—
मिथुन (Gemini), कन्या (Virgo), धनु (Sagittarius), मीन (Pisces), राशि अनुसार असर
मिथुन (Gemini):
आपके रिश्तों और विश्वास की परीक्षा होगी। यह समय आत्म-निरीक्षण और ईमानदारी से आगे बढ़ने का है।
कन्या (Virgo):
आपको अपनी सीमाएँ तय करनी होंगी। रिश्तों में असंतुलन या बोझ महसूस हो सकता है। स्वास्थ्य और आत्म-देखभाल पर ध्यान दें।
धनु (Sagittarius):
परिवार और करियर के बीच तालमेल मुश्किल हो सकता है। घर-परिवार की जिम्मेदारियाँ बढ़ेंगी, धैर्य बनाए रखना होगा।
मीन (Pisces):
यह ग्रहण आपके लिए आत्मिक जागरण लेकर आ रहा है। खुद को नए तरीके से समझने और आत्मिक शांति पाने का अवसर मिलेगा।
4. सामान्य असर और संकेत
चंद्र ग्रहण भावनाओं को उभारता है। रिश्तों, करियर और निजी जीवन में बदलाव की संभावनाएँ बढ़ जाती हैं।
यह समय पुरानी आदतों, अस्वस्थ रिश्तों और नकारात्मकताओं को छोड़ने के लिए उत्तम है।
सपनों और वास्तविकता के बीच संतुलन साधने की आवश्यकता रहेगी।
5. सावधानियाँ
सामान्य सावधानियाँ
ग्रहण के दौरान बड़े फैसले लेने से बचें।
भोजन पकाने या खाने से पहले ग्रहण का समय टालना शुभ माना जाता है।
गर्भवती महिलाओं को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है।
मानसिक शांति के लिए ध्यान और मंत्रजप लाभकारी होंगे।
विशेष रूप से प्रभावित राशियों के लिए
मिथुन: निर्णय सोच-समझकर लें, आवेश से बचें।
कन्या: स्वास्थ्य पर ध्यान दें, विवादों से दूर रहें।
धनु: जिम्मेदारियों को संतुलित करें, जल्दबाजी से बचें।
मीन: भावनाओं में बहकर कोई कदम न उठाएँ, आत्म-नियंत्रण रखें।
अब जानते हैं कि इन राशियों पर कब तक प्रभाव रहेगा –
🌕 1. मिथुन राशि (Gemini)
ग्रहण का असर मानसिक तनाव और निर्णय लेने की क्षमता पर दिखेगा।
प्रभाव की अवधि: लगभग 6 महीने तक (मार्च 2026 तक) छोटी-छोटी चुनौतियाँ आ सकती हैं।
सलाह: किसी भी बड़े निवेश या साझेदारी में जल्दबाजी न करें।
🌕 2. कन्या राशि (Virgo)
स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र से संबंधित उतार-चढ़ाव हो सकते हैं।
प्रभाव की अवधि: लगभग 4–5 महीने तक (जनवरी 2026 तक)।
सलाह: खान-पान में संयम रखें और नई जिम्मेदारी सोच-समझकर लें।
🌕 3. धनु राशि (Sagittarius)
ग्रहण रिश्तों और करियर पर असर डालेगा। कुछ अनावश्यक विवाद उभर सकते हैं।
प्रभाव की अवधि: लगभग 5–6 महीने तक (फरवरी 2026 तक)।
सलाह: धैर्य और विनम्रता से काम लें, बड़े निर्णय टालें।
🌕 4. मीन राशि (Pisces)
यह ग्रहण मीन राशि वालों के लिए सबसे ज्यादा प्रभावी रहेगा।
जीवन के कई क्षेत्रों – स्वास्थ्य, करियर, निजी जीवन – में बदलाव देखने को मिल सकता है।
प्रभाव की अवधि: 6 महीने से 1 साल तक असर रह सकता है।
सलाह: ध्यान और आध्यात्मिक साधना से लाभ मिलेगा, जल्दबाजी से बचें।
निष्कर्ष
7–8 सितंबर 2025 का यह पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत सहित पूरी दुनिया में लोगों को रोमांचित करेगा। खगोलीय दृष्टि से यह एक सुंदर और सुरक्षित नजारा होगा जिसे नंगी आंखों से देखा जा सकता है। वहीं, ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह समय आत्म-चिंतन, नकारात्मकता त्यागने और नई दिशा में बढ़ने का अवसर देगा।
👉 नोट: ग्रहण का असर सिर्फ ज्योतिषीय दृष्टिकोण से बताया जाता है। वास्तविक जीवन में प्रभाव व्यक्ति की जन्म कुंडली, ग्रह दशा और व्यक्तिगत परिस्थितियों पर निर्भर करता है।