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इस संबंध में सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के उपायों का पालन कर गर्म हवाओं व लू के प्रभाव से काफी हद तक बचा जा सकता है, गर्म हवायें व लू मनुष्यों के साथ जानवरों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है, ऐसे में अपने पालतु जानवरों का भी ख्याल रखें, उन्हें छायेदार स्थानों पर रखें, समय-समय पर पानी पिलाते रहें।
गर्म हवाएं व लू से बचने के लिए क्या करें-
-जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर ना निकले
-जितनी बार हो सके पानी पिए, ज्यादा से ज्यादा पानी पिए
-सफर में रहे तो अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें
-सिर ढकने के लिए गीले गमछे का प्रयोग करें
-ढीले ढाले व सूती वस्त्रों का उपयोग करें
-अधिक तापमान में परिश्रमी कामों से बचे
-आसानी से पचने वाले खाद पदार्थों का सेवन करें मौसमी फल तरबूज, खीरा, ककड़ी, खरबूजा, संतरा के अधिक सेवन को प्राथमिकता दें।
-शरीर में तरल की मात्रा बनाए रखने के लिए घर में बने पेय पदार्थ हो जैसे लस्सी, छाछ, नमक चीनी का घोल, नींबू पानी, आम का पन्ना, शरबत आदि का उपयोग करें
-गर्म पेय पदार्थों प्रोटीन युक्त भोजन के सेवन से बचें।
-रात्रि विश्राम के लिए हवादार कमरे का प्रयोग करें।
-तबीयत ठीक ना लगे यह चक्कर आए तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर या निकटम उपलब्ध चिकित्सकों से सम्पर्क करें।
लू से प्रभावित व्यक्ति के प्राथमिक तौर पर बचाव के उपाय-
- लू से प्रभावित व्यक्ति को को छांव में लिटायें हो सके तो शरीर पर तंग कपड़ों को ढीला करें या हटा दें
– ठंडे गीले कपड़े से शरीर को पोछे या ठंडे पानी से नहलाए।
-शरीर का तापमान कम करने के लिए कूलर, पंखे आदि का प्रयोग करें।
-गर्दन पेट व सिर पर बार-बार गिला कपड़ा या ठंडा कपड़ा रखें।
-प्रभावित व्यक्ति को ओआरएस, निम्बू पानी, नमक चीनी का घोल, शरबत पिलाये जिससे शरीर में जल की मात्रा बढ़ सके।
-प्रभावित व्यक्ति यदि पानी के उल्टियां करें तो कुछ भी खाने पीने को ना दें।
-हालात में आवश्यक सुधार ना हो तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर ले जाएं।