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ग्रामीणों के अनुसार शनिवार को विद्यालय में 130 बच्चे पढ़ने के लिए गए थेमध्यान्ह भोजन में मेनू के अनुसार न तो भोजन बनाया जा ता है और न ही निर्धारित मात्रा में खाद्यान्न रसोइयों को दिया जाता है, दाल की जगह नमक भात खाने के लिए बच्चों को मजबूर किया जाता है खाना नहीं खाने पर बच्चों को पीटा भी जाता है।
सड़की गांव के ग्रामीणों की शिकायत को सुनकर प्रमुख प्रतिनिधि मुद्रिका प्रसाद ने कहा कि यही स्थिति विद्यालय कि रही तो बबड़गांव आवासीय विद्यालय में शिक्षकों के साथ घटित हुई घटना उक्त विद्यालय में भी हो सकता है, अधिकारियों को विद्यालय को सुचारू रूप से संचालन के लिए ठोस कदम उठाने होंगे, दोषियों पर कार्रवाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए, शिकायत को गंभीरता से लेते हुए अधौरा बीडीओ आलोक कुमार शर्मा ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उक्त विद्यालय की जांच मेरे द्वारा बीते दिनों की गई थी कई अनियमितता सामने आई थी, प्रतिवेदन संबंधित विभाग को भेंजा जा चुका है, जल्द ही शिक्षकों के निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।