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अत्यधिक बारिश में तेनौरा के पांच मकान धराशाई, परिवार बेघर होकर मांग रहे मदद

तेनौरा में शुक्रवार की रात मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी। लगातार हो रही भारी वर्षा के बीच गांव के पांच कच्चे मकान अचानक धराशाई हो गए, जिससे पांच परिवार पूरी तरह बेघर हो गए हैं।

कैमूर (बिहार): जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम तेनौरा में शुक्रवार की रात मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी। लगातार हो रही भारी वर्षा के बीच गांव के पांच कच्चे मकान अचानक धराशाई हो गए, जिससे पांच परिवार पूरी तरह बेघर हो गए हैं। इस प्राकृतिक आपदा ने न केवल लोगों की छत छीन ली बल्कि उनकी रोजमर्रा की जरूरत की सारी सामग्री भी मलबे में दबकर बर्बाद हो गई।

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मूसलाधार बारिश से तेनौरा गांव के पांच मकान धराशाई

इन पांच परिवारों के मकान गिरे

गिरे हुए मकानों के मालिकों की पहचान केशी राम (पिता स्व. रामदेव राम), विजय कुमार राम (पिता स्व. बंसरोपन राम), बरसती राम (पिता स्व. रामदेव राम), जयकुमार राम (पिता स्व. बंसरोपन राम) और मुंशी राम (पिता स्व. गोवर्धन राम) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह से ही लगातार बारिश हो रही थी और देर रात अचानक इन पांचों के कच्चे मकान भरभराकर गिर पड़े।

बाल-बाल बची जान, सामान हुआ बर्बाद

हादसे के वक्त सभी लोग अपने-अपने घरों में सो रहे थे। जैसे ही मकान गिरने लगे, लोग किसी तरह भागकर बाहर निकले और अपनी जान बचाई। हालांकि, घर के अंदर रखा अनाज, कपड़े, बिस्तर और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं मलबे में दबकर पूरी तरह नष्ट हो गईं। सबसे बड़ा नुकसान यह रहा कि परिवारों के पास रखे गए महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मलबे के नीचे दब गए।

दूसरों के घरों में शरण लिए पीड़ित परिवार

घटना के बाद बेघर हुए ये पांचों परिवार अब गांव में ही दूसरों के घरों में शरण लिए हुए हैं। उनका कहना है कि अब उनके पास न तो रहने के लिए घर बचा है और न ही खाने-पीने का कोई समुचित इंतजाम। बरसात के मौसम में अचानक घर उजड़ जाने से सभी परिवार सदमे में हैं और काफी परेशान हैं।

प्रशासन से लगाई मदद की गुहार

पीड़ित परिवारों ने स्थानीय प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि अगर तुरंत राहत नहीं दी गई तो बारिश के बीच बेघर रहना बेहद मुश्किल हो जाएगा। फिलहाल गांव के लोग भी अपनी ओर से मदद कर रहे हैं, लेकिन पीड़ित परिवारों को सरकारी सहायता की सख्त जरूरत है।

इस घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है और लोग लगातार हो रही बारिश के कारण अपने-अपने घरों को लेकर चिंतित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को तत्काल गांव का दौरा कर प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री और रहने की व्यवस्था उपलब्ध करानी चाहिए।

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