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उनका शव कमरे से सटे हाल में पीठ के बल जमीन पर पड़ा हुआ मिला। उनके एक पैर में जूता था और दूसरा बाहर निकला था। कमरे से पुलिस को फिलहाल कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। उनका मोबाइल कमरे से मिल है जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। जिस स्थिति में महिमा का शव मिला है उससे हत्या की आशंका जताई जा रही है। रात के लगभग 9:00 बजे एफएसएल व डाग स्क्वायड की टीम घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच व साक्ष्यों को एकत्र करने में जुटी है। सूचना पर देर शाम उनकी मौसी पटना से पहुंची और लखीसराय से भी उनके स्वजन के जल्द ही पहुंचने की बात कही है।
महिमा कुमारी जल संसाधन विभाग के मैकेनिकल विभाग में कार्यरत थी। उसकी पोस्टिंग सीतामढ़ी में थी। पड़ाेस में रहने वाले उनके अधीनस्थ एक जूनियर इंजीनियर सीमामढ़ी स्थित एक साइट की जांच करने गए थे। जांच के संबंध में उन्हें उनसे कुछ बातचीत करनी थी। इसलिए वे बार-बार मोबाइल से उन्हें काल कर रहे थे, लेकिन महिमा का मोबाइल बंद था। बार-बार काल के बाद मोबाइल बंद मिलने पर जूनियर इंजीनियर को आशंका हुई। शाम में लगभग 4:00 बजे उन्होंने अपनी पत्नी को महिमा कुमारी के घर जाकर देखने को कहा। जब उनकी पत्नी उनके आवास पर पहुंचीं तो उनके आवास का दरवाजा खुला था।
घर के हाल में उनका शव पड़ा था। यह देखकर उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसकी सूचना मकान मालिक व जल संसाधन विभाग के वरीय अधिकारियों व अन्य को दी। मकान मालिक ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस बल के साथ सदर थानाध्यक्ष अस्मित कुमार वहां पहुंचे। वहीं बाद में नगर एएसपी भानूप्रताप सिंह भी पहुंचे और आसपास व जल संसाधन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से घटना की जानकारी ली। सदर थानाध्यक्ष अस्मित कुमार ने बताया कि मौत का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने से पहले मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है। एफएसएल जांच व शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत के कारणों का पता चलेगा।