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HM पर भ्रष्टाचार के आरोप से आक्रोशित ग्रामीणों ने विद्यालय में जड़ा ताला, जांच के आश्वासन के बाद खुला स्कूल

एचएम के द्वारा की जा रही मनमानी और भ्रष्टाचार से आक्रोशित ग्रामीणों ने विद्यालय में जड़ा ताला, कई गंभीर आरोप

Bihar, कैमूर: चैनपुर प्रखंड के ग्राम देउआ स्थित न्यू प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापिका द्वारा की जा रही कथित मनमानी और भ्रष्टाचार के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने सोमवार को विद्यालय में ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने वरीय पदाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग की और आरोप लगाया कि विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।

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ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय की प्रधानाध्यापिका चांद मुनि कुमारी, जो लगभग दो माह पूर्व पदस्थापित हुई हैं, उनके कार्यभार संभालने के बाद से विद्यालय में अनियमितताएं बढ़ गई हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि बच्चों की अनुपस्थिति के बावजूद उपस्थिति रजिस्टर में सभी छात्रों की झूठी उपस्थिति दर्ज की जा रही है, जिससे मिड-डे मील (MDM) योजना में गड़बड़ी हो रही है।

ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार को केवल 8 बच्चे विद्यालय आए थे, लेकिन उपस्थिति रजिस्टर में 62 बच्चों की हाजिरी दर्ज की गई। वहीं सोमवार को एक भी बच्चा विद्यालय नहीं पहुंचा, फिर भी लगभग 60 बच्चों की उपस्थिति दिखाई गई।
इसके अलावा, ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय में एमडीएम (मिड-डे मील) नहीं बनता, न ही बच्चों को केला या अंडा वितरित किया जाता है।

ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि विद्यालय में सचिव पद का चुनाव लंबे समय से नहीं हुआ है, और प्रधानाध्यापिका इस संबंध में जानबूझकर टालमटोल कर रही हैं।

तालाबंदी की सूचना मिलते ही चैनपुर बीईओ धीरेंद्र प्रसाद, एमडीएम प्रभारी महेंद्र प्रसाद, और सीआरसीसी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने आक्रोशित ग्रामीणों से बातचीत की और स्थिति को शांत कराया। समझाने-बुझाने के बाद विद्यालय का ताला खुलवाया गया।

बीईओ ने दिया जांच और कार्रवाई का आश्वासन

चैनपुर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (BEO) धीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा विद्यालय में तालाबंदी की गई थी। मौके पर पहुंचकर बातचीत के बाद ताला खुलवाया गया।
उन्होंने कहा —

> “ग्रामीणों की मांग थी कि विद्यालय में सचिव का चुनाव नहीं कराया गया है। उन्हें आश्वासन दिया गया है कि तीन से चार दिनों के भीतर सचिव का चुनाव संपन्न कराया जाएगा।”

साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापिका के खिलाफ बच्चों की झूठी उपस्थिति दर्ज कर एमडीएम में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगाए हैं। मामले की जांच करवाई जाएगी, और अगर आरोप सत्य पाए गए तो संबंधित प्रधानाध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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