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दरअसल बाघ ने शनिवार को भी एक मां और बेटे की जान ली थी और बीते 3 दिनों में उसने 4 लोगों की जान ले ली मां के पैरों के निशान को देखते हुए टीम खेत पहुंची और चारों तरफ से घेर लिया इसके बाद राइफल से लैस होकर टीम का हाथी पर सवार होकर गन्ने के खेत के अंदर गई अंदर पहुंचते ही उसकी नजर बाघ पर गई और उस पर फायरिंग की गई, STF टीम ने बाघ को SLR से चार गोली मारी थी जिनमें से दो गोलियां उसे लगी और बाघ ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
बीते 9 महीनों में बाघ ने 10 लोगों पर हमला किया था जिनमें से 9 की मौत हो चुकी है शुक्रवार की सुबह भी बाघ ने मां और बेटे पर हमला कर दिया जिससे उनकी भी मौके पर मौत हो गई, बताया जा रहा है कि मारे गए बाघ के पिता T-5 की मुलाकात बाल्मीकिनगर रिजर्व के क्षेत्र में T-34 से हुई थी इस दरमियां वह माँ गई थी अपने बच्चों को T-5 से बचाने के लिए गन्ने के खेतों में रहने लगी, युवा अवस्था में आने के बाद T-34 अपने बच्चे के लिए टेरिटरी बनाकर दूसरे शावक के साथ अलग क्षेत्र में चली गई, इस प्रकार इस शावक का नाम T-105 पड़ा, यह बाघ हड़नाटांड, चिउटाहा में गन्ने के खेतों के साथ-साथ VTR डिवीजन के राघिया और गोबरधना वन रेंज में लगातार मूवमेंट कर रहा है।।
हालांकि इसने कई दफा जंगल में जाना चाहा लेकिन पिता के दर से नहीं गया, इसके बाद बाहर ही भोजन की तलाश करने लगा और लोगो पर हमला करना शुरू कर दिया इसने बीते 1 महीने से बगहा में आतंक मचा रखा था, बीते 5-6 अक्टूबर को बाघ ने 2 लोगों को अपना शिकार बनाया था जिसके बाद 7 अक्टूबर को उसे मारने का आदेश जारी किया गया और 7 घंटे का ऑपरेशन के बाद आदमखोर को मार गिराया गया बाघ के शव को जलाने के दौरान इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई इस दौरान सामाजिक संस्था के प्रतिनिधि करने वाले लोग को भी रखा जाता है फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के साथ सुनिश्चित करना होता है, कि बाघ का शव उसकी हड्डियां पूरी तरह से जल चुकी है।