Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में स्थित मनरेगा कार्यालय में मंगलवार प्रखंड प्रमुख मधुबाला देवी एवं चैनपुर प्रखंड के सभी पंचायतों के बीडीसी सदस्यों के द्वारा पीआरएस पर 15% कमीशन मांगने का आरोप लगाते हुए तालाबंदी कर दी गई, लगभग 2 घंटे तक मनरेगा कार्यालय में कार्यरत कर्मी बंद रहे जनप्रतिनिधियों के द्वारा विभिन्न तरह की मांगे रखी गई और प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी के विरुद्ध नारेबाजी की गई, भभुआ से पहुंचे प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी के काफी समझाने बुझाने के बाद कार्यालय का ताला खोला गया।
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मौके पर मौजूद प्रखंड प्रमुख मधुबाला देवी के द्वारा बताया की प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों में विकास कार्य के लिए बीडीसी सदस्यों द्वारा मनरेगा कार्यालय में योजना खोलने के लिए आवेदन पत्र दिया गया मगर योजना खोलने के नाम पर पंचायत के रोजगार सेवक जितने राशि की योजना है, उसका 15% अग्रिम कमीशन मांग की जाने लगी कमीशन खोरी के कारण ही कई योजनाओं का कार्य पूर्ण होने के बाद भी भुगतान नहीं हुआ है।
बीडीसी सदस्यों के द्वारा लगातार योजनाओं में प्रगति के लिए मनरेगा कार्यालय का चक्कर लगाया जा रहा है, मगर कोई सुनने वाला नहीं है यहां तक की प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी संतोष कुमार जो की भभुआ में पदस्थापित है और चैनपुर प्रभार में है वह चैनपुर कार्यालय में समय नहीं दे पाते हैं, जिस कारण से बीडीसी सदस्य अपनी समस्याओं को नहीं बता पा रहे हैं, जब से संतोष कुमार के द्वारा प्रखंड मनरेगा कार्यालय का चार्ज लिया गया है एक बार भी बैठक नहीं हुई है, इन्हीं सब मुद्दों को लेकर नाराज बीडीसी सदस्य एवं प्रखंड के प्रमुख के द्वारा तालाबंदी की गई ताकि पदाधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराया जा सके।
इस मामले से संबंधित जानकारी लेने पर पीओ संतोष कुमार के द्वारा बताया गया 15% कमीशन मांगने की बात कही जा रही है जो इनके संज्ञान में नहीं था, प्रखंड प्रमुख के द्वारा जानकारी दी गई है मामले की जांच कराई जाएगी दोषी पाए जाने पर संबंधित पीआरएस पर कार्रवाई होगी इसके साथ ही अब हर महीने 2 बार सभी प्रतिनिधियों के साथ बैठक होगी एवं उस बैठक में पंचायत स्तरीय प्रतिनिधि अपनी योजनाओं को ला सकते हैं जिस पर विचार-विमर्श करके योजनाओं को स्वीकृति के लिए कार्य किया जाएगा।