Bihar, भागलपुर: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भागलपुर जिले के कहलगांव अनुमंडल अंतर्गत सिलहन खजुरिया पंचायत में आयोजित कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के दौरान शिक्षक अभ्यर्थियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। सभा के बीचों-बीच अभ्यर्थियों ने ‘सीट नहीं बढ़ेगी तो वोट नहीं’ के नारे लगाए और हाथों में तख्तियां लहराकर अपनी मांग रखी।
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सभा के दौरान अचानक विरोध प्रदर्शन
सीएम जब मंच से भाषण दे रहे थे, तभी वीआईपी गैलरी के ठीक पीछे TRE-4 के दर्जनों अभ्यर्थी खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। उनके हाथों में लिखी तख्तियों पर मांग की गई थी कि आचार संहिता लागू होने से पहले TRE-4 के तहत 1 लाख 20 हजार से अधिक पदों पर बहाली की विज्ञप्ति जारी की जाए।
मजिस्ट्रेट ने छीनी तख्तियां, लिया ज्ञापन
विरोध को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों और मजिस्ट्रेट ने मौके पर पहुंचकर अभ्यर्थियों से तख्तियां छीन लीं और उन्हें मरोड़कर फेंक दिया। बाद में मजिस्ट्रेट ने छात्रों से ज्ञापन लेकर उनकी मांगों को दर्ज किया।
अभ्यर्थियों का आरोप – दबाई जा रही आवाज
शिक्षक अभ्यर्थी चंद्रिका शर्मा ने कहा, “हम लोगों की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। लोकतंत्र में सामान्य विरोध करने का हक भी छीन लिया जा रहा है। हम मांग करते हैं कि आचार संहिता लागू होने से पहले सीटों की संख्या 1 लाख 20 हजार से अधिक की जाए।”
वहीं, अभ्यर्थी मोहम्मद मारूफ अंसारी ने आरोप लगाया कि पटना में भी प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज और पानी की बौछार कर विरोध को दबाने का प्रयास किया गया। लेकिन हम अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे।
‘सीएम को दिखाना चाहते थे तख्ती’
एक अन्य अभ्यर्थी मोहम्मद रिजवान ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि सीएम सभा को संबोधित करने आ रहे हैं। इसी कारण वे हेलीपैड से लेकर सभा स्थल तक जगह-जगह बैनर और पोस्टर लेकर खड़े थे। हालांकि सुरक्षा ने उन्हें हटा दिया। इसके बाद अलग-अलग होकर किसी तरह सभा स्थल में पहुंचे और मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांगों वाली तख्तियां दिखाने का प्रयास किया।