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पटना हाईकोर्ट में अररिया प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम ऑफिस यानि पोक्सो कोर्ट के जज शशिकांत राय को सस्पेंड कर दिया है, शशिकांत राय ने बीते साल नवंबर महीने में पोक्सो से जुड़े एक मामले में आरोपी को 24 घंटे के अंदर फैसला सुना कर रिकॉर्ड बनाया था, जज शशिकांत राय को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की शुरुआत कर दी गई है।
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पटना हाई कोर्ट में मंगलवार की शाम सात जजों को उनके सभी न्यायिक और प्रशासनिक शक्तियों से तत्काल मुक्त करने का आदेश दिया गया था, इसी लिस्ट में जज शशिकांत राय का नाम भी शामिल है, कोर्ट के जज शशिकांत राय उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने पोक्सो से जुड़े एक मामले में आरोपी को दोषी करार देते हुए 24 घंटे के अंदर सजा सुना दी थी इस सजा के ऐलान के बाद देश भर में उनके चर्चा हुई थी।
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24 घंटे के अंदर जज शशिकांत राय ने इस मामले में जुड़े सभी गवाहों को सुना, वकीलों की दलील सुनी और फिर काउंटर को सुनने के बाद फास्ट ट्रैक के तहत सजा का ऐलान कर दिया, पहले सबसे जल्द सजा सुनाने का रिकॉर्ड मध्य प्रदेश की एक अदालत के पास था, उसने पोक्सो एक्ट के एक मामले में 3 दिन के अंदर फैसला सुनाया था लेकिन अररिया की अदालत 24 घंटे का रिकॉर्ड बना दिया।
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हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने अपनी तरफ से जो अधिसूचना जारी की है उसमें कहा गया है कि बिहार न्यायिक सेवा नियम 2020 के तहत शक्तियों का प्रयोग करते हुए शशिकांत राय को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है और जांच रहने तक वह सिविल कोर्ट अररिया हेडक्वार्टर से अटैच रहेंगे, अधिसूचना के मुताबिक जांच पूरी होने तक शशिकांत राय बिना किसी अनुमति के अपना मुख्यालय छोड़कर कहीं नहीं जा सकते हैं।