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जिला कृषि पदाधिकारी रेवती रमण ने बताया कि जिले के किसानों को जागरूक किया जा रहा है खेतों में फसल अवशेष जलाने से भारी नुकसान होता है मिट्टी की उर्वरा शक्ति नष्ट होती है, सेटेलाइट के माध्यम से तीन प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत 61 किसानों को चिन्हित किया गया है इन सभी किसानों को 3 वर्षों तक सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा साथ ही 3 वर्षों के लिए इनका निबंधन लॉक कर दिया गया है।
बताते चलें कि कृषि विभाग ने जिला अंतर्गत भगवानपुर प्रखंड के भैरवपुर गांव में फसल अवशेष से जैविक खाद बनाने की कवायद शुरू की है गांव में जैविक खाद बनाने के प्लॉट की स्थापना की गई है।
फसल अवशेष जलाने वाले किसानों का प्रखंडवार लाॅक किया गया निबंधन-
अधौरा-0, भभुआ-0, भगवानपुर-0, चैनपुर-0, चांद-37, रामपुर-0, कुदरा-22, मोहनियां-0, रामगढ़-0, दुर्गावती-2, नुआंव-0
फसल अवशेष जलाने के कारण खरीफ फसल 2020 में 141 किसानों का निबंधन लाॅक किया गया था-
अधौरा-0, भभुआ-26, भगवानपुर03, चैनपुर-21, चांद- 22, रामपुर- 07, कुदरा-17, मोहनियां-22, रामगढ़-05, दुर्गावती-13, नुआंव-05
2021में 348 किसानों का निबंधन लाॅक किया गया था-
अधौरा-0, भभुआ-55, भगवानपुर-10, चैनपुर-21, चांद- 52, रामपुर-05 कुदरा-55, मोहनियां-88, रामगढ़-38, दुर्गावती-0, नुआंव-24