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डीजे की आवाज व सिस्टम के लापरवाही से गई एक किशोरी की जान

Bihar:  शिवहर जिले से एक खबर सामने आ रहा है, जंहा बुधवार की रात डीजे की आवाज व सिस्टम के लापरवाही के कररण एक किशोरी की मौत हो गई। मृतक किशोरी की पहचान पिंकी कुमारी के रूप में की गई है। मामले के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार पिंकी शहर के वार्ड 05 में शादी समारोह में गई थी। जंहा तेज आवाज में गाना बजने पर चक्कर खाकर गिर गई। जिसके बाद स्वजन रात साढ़े 12 बजे उसे सदर अस्पताल लेकर गए। किन्तु वहां मौजूद चिकित्सक व कर्मी द्वारा इलाज नहीं किया गया। जिस कारण उसकी मौत हो गई। जिसके बाद इस घटना से आक्रोशित लोगों के द्वारा सरोजा सीताराम सदर अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया गया। करीब 1 घंटे तक स्वजनों ने अस्पताल में हंगामा किया। साथ ही विरोध जताया। लोगों के उग्र व्यवहार को देखते हुए ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक व कर्मी वंहा से भाग निकले

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NS Newsजिसके बाद सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष रणधीर कुमार सिंह व नगर थाने की पुलिस ने स्थिति संभाली। वहीं स्वजन समेत अन्य लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया गया एवं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मामले के सम्बन्ध में मृतक के पिता प्रमोद साह ने नगर थाने में आवेदन दिया है। जिसमें चिकित्सक व कर्मियों पर इलाज नहीं करने के कारण अपनी बेटी की मौत का आरोप लगाया है। नगर थानाध्यक्ष रणधीर कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट व आवेदन के आलोक में कार्रवाई की जाएगी। इधर, घटना की सूचना मिलते ही नगर सभापति राजन नंदन सिंह ने भी सदर अस्पताल पहुंचकर व्यवस्था पर नाराजगी जताई। वहीं मृतक के स्वजन से बात की। नगर सभापति ने सिविल सर्जन और डीएम से सदर अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कराने तथा दोषी डाक्टर और कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

दरसल, बुधवार की रात्रि शिवहर शहर के वार्ड 05 में शादी समारोह के दौरान तेज आवाज में डीजे बज रहा था। डीजे की तेज आवाज के कारण प्रमोद साह की पुत्री पिंकी कुमारी अचानक कान बंद करने लगी। वहीं छटपटाकर गिर पड़ी। स्वजनों के अनुसार संभवत: उसे हार्ट अटैक आ गया। पिंकी को अचेत अवस्था में बाइक पर लादकर स्वजन सदर अस्पताल पहुंचे। लेकिन चिकित्सक व कर्मियों ने उस का इलाज ही नहीं किया। स्वजनों के विरोध के बाद जब चिकित्सक ने नब्ज टटोली तो वह मृत पाई गई। इसके बाद चिकित्सक व कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए स्वजनों ने खूब हंगामा किया। सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा. कैप्टन अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि बच्ची मृत ही लाई गई थी। सदर अस्पताल में हार्ट का कोई डाक्टर नहीं है। स्वजनों ने बेवजह हंगामा किया है।

 

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