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घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत चार दिन से डायल 112 में तैनात एक पुलिस पदाधिकारी एवं एक जवान बरमसिया गांव स्थित किन्नर के घर का चक्कर लगा रहे थे। मंगलवार की रात करीब 9:00 बजे दोनों सिविल ड्रेस में किन्नर के घर पहुंच गया। किन्नर की एक सदस्य ने दोनों से पूछताछ करने लगा तो दोनों पुलिसकर्मी ने रास्ता भूल जाने की बात कही। इसके बाद दोनों ने किन्नर से कहा कि हमें सेक्स करना है, जो पैसा लोगे हम देंगे। इसके बदले शराब सहित कई चीजों का प्रलोभन दिया और दोनो पुलिसकर्मी भेड़िया की तरह किन्नर पर टूट पड़े। हल्ला होते ही अन्य किन्नर बचाने के लिए दौड़ी तब दोनों पुलिसकर्मी अपनी जान बचाने के लिए बगल स्तिथ कुआं में कूद पड़ा। किसी तरह दोनों पुलिसकर्मी को बाहर निकालकर बंधक बनाया गया और दोनों की सभी किन्नर ने मिलकर जमकर धुनाई कर दी। दोनों पुलिसकर्मी रहम का भीख मांगते देखे गए। पुलिस की इस हरकत से किन्नर टोली को काफी गुस्सा आ रहा था और किन्नरों द्वारा कहा जा रहा था कि रक्षक ही भक्षक बन जाएगा तो न्याय कहां मिलेगा।
ऐसे देह नोचने वाले भेड़िया को इस दुनिया में रहने का कोई हक नहीं। पुलिस की पिटाई और बंधक होने की खबर एसडीपीओ सहित थानाध्यक्ष को मिली। आनन- फानन में पुलिस मौके पर पहुंच बंधक बने दोनों पुलिसकर्मी को छुड़ाया और अपने साथ थाना लाई। पुलिस के साथ सभी किन्नर भी थाना पहुंच गए और आरोपित पुलिसकर्मी को बर्खास्त करने और कानूनी कारवाई की मांग की। पीड़ित किन्नर ने बताया कि दोनों पुलिसकर्मी ने सीने पर प्रहार किया। जिसके कारण जख्म हो गए। चार दिन से हमलोगों के घर के पास चक्कर लगा रहा था। दोनों पुलिसकर्मी इज्जत के साथ खिलवाड़ किया। इस दौरान किन्नर ने थाना में एक आवेदन देकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाया है और आगे से इस प्रकार की कोई घटना नहीं होने की मांग की है। इस दौरान किन्नर के साथ दर्जनों ग्रामीण भी मजूद थे। थानाध्यक्ष संजय सिंह ने दोनों आरोपित पुलिसकर्मी को पुलिस लाइन भेज दिया। उन्होंने इस मामले की जांच करने की बात कही।