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आवेदन में बताया गया है कि उसके चाचा बेंगलुरु में रहकर मजदूरी करते हैं और उन्होंने घर के खर्च के लिए 20 हजार अपने बेटे रवि कुमार के खाते में भेजा था, रवि ऑनलाइन गेम खेलता था इसी गेम में वह सारा पैसा हार गया और 18 फरवरी की शाम 6 बजे से ही घर से लापता है काफी खोजबीन के बाद भी उसे कुछ नहीं पता चल रहा जिसके बाद थक हार कर परिजनों ने थाने में आवेदन देते हुए किशोर को ढूंढने की गुहार लगाई है।
बताते चलें कि ऑनलाइन गेमिंग का क्रेज बच्चे और किशोरों में ही नहीं बल्कि बड़ों में भी खूब देखा जा रहा है, लेकिन खतरा सिर्फ ऑनलाइन गेमिंग तक ही सीमित नहीं बल्कि इसकी आड़ में जुए का गेम भी खेला जा रहा है हर वर्ग के हिसाब से गेम ऐप्स और सॉफ्टवेयर भी मौजूद है, देश दुनिया की कुछ कंपनियां अब ऑनलाइन की आड़ में युवाओं को जुए के खेल में भी फसाने लगी है और किशोर, युवा इसी जाल में आसानी से फंस जाते हैं क्योंकि इसमें गेम खेल पैसा जीतने का मौका मिल जाता है।
ऑनलाइन गेमिंग के दौरान जीतने पर गिफ्ट, नगद राशि के साथ दूसरे कई तरह के ऑफर दिए जाते हैं, इस गेमिंग के चक्कर में फस कर युवा न सिर्फ अपना कीमती समय बर्बाद करते हैं बल्कि पैसे भी बर्बाद कर रहे हैं, अधिकतर गेम में रूम एक्सपीरियंस के साथ ऑनलाइन प्लेयर्स के साथ खेलने की सुविधा होती है जिसमें लिंक को फ्रेंड आदि से शेयर करके उनके परिणाम पर सट्टा लगा सकते है, गूगल प्ले स्टोर पर ऑनलाइन कई ऐसे गेमिंग एप्स मौजूद है ऐसे में अभिभावकों को अपने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए सतर्क रहने की जरूरत है।