Bihar, कैमूर: भारतमाला परियोजना के तहत चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के बिरना और सिकंदरपुर मौजा में चल रहे एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य में बाधा डालने, आत्मदाह की धमकी देने और प्रशासन से अभद्र व्यवहार करने के मामले में चैनपुर थाने में सात लोगों को नामजद एवं लगभग 50 अज्ञात व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह कार्रवाई चैनपुर अंचलाधिकारी अनिल कुमार सिंह के आवेदन पर की गई।
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क्या है मामला
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार की शाम एक्सप्रेस-वे के लिए अर्जित भूमि पर पीएनसी कंपनी द्वारा मशीनरी (पोकलेन, जेसीबी और ट्रैक्टर) लगाकर कार्य शुरू किया गया था। इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सहित कई प्रशासनिक और दंडाधिकारी मौके पर मौजूद थे।
इसी बीच कुछ लोगों ने लाठी-डंडे के साथ पहुंचकर काम रुकवाने की कोशिश की। आरोप है कि उन्होंने अधिकारियों के साथ गाली-गलौज की, प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और “देख लेने” की धमकी भी दी। इतना ही नहीं, भीड़ में मौजूद लोगों को आत्मदाह करने के लिए उकसाया गया, जिसके कारण मजबूरन निर्माण कार्य को रोकना पड़ा।
नामजद आरोपी
प्रशासन द्वारा दर्ज प्राथमिकी में विमलेश पांडे, शिवपरसन पांडे, अभिमन्यु सिंह सहित सात लोगों के नाम दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा लगभग 50 अज्ञात लोगों को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है।
पुलिस की कार्रवाई
चैनपुर थानाध्यक्ष विजय प्रसाद ने बताया कि चैनपुर अंचलाधिकारी से प्राप्त आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।