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जिसे संस्कृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय में कार्यरत सुभाष प्रसाद नाम के शिक्षक सहित इस वर्ग की अन्य दो-तीन छात्राओं के साथ चैनपुर सीएचसी में लाकर भर्ती कराया गया, चिकित्सकों के द्वारा स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भभुआ अस्पताल रेफर कर दिया गया, बताया जा रहा है छात्रा को अस्पताल में भर्ती करने के बाद शिक्षक कहीं चले गए, लगभग आधे घंटे से अधिक समय तक छात्रा दर्द से छटपटाती रही, मौके पर मौजूद अन्य छात्राएं बेबस दिखीं, वहीं दूसरी तरफ अस्पताल में एंबुलेंस ना रहने के कारण अस्पताल के अन्य कर्मी भी काफी बेबस दिखे, लगभग आधे घंटे के बाद कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की वार्डन रेणु कुमारी एवं पिऊन राजेंद्र प्रसाद चैनपुर सीएचसी पहुंचे जिनके द्वारा ऑटो रिक्शा के माध्यम से भभुआ सदर अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया।
चिकित्सकों के मुताबिक छात्रा पेट की दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल में पहले भी आ चुकी है बताया जा रहा है छात्रा को अपेंडिक्स की शिकायत है। वहीं मौके पर मौजूद स्वास्थ्य प्रबंधक अजय कुमार सिंह से एंबुलेंस के विषय में जानकारी लिए तो उनके द्वारा बताया गया अस्पताल का कोई निजी एंबुलेंस नहीं है 102 का एक एंबुलेंस अस्पताल में मौजूद है, जो फोन कॉल के माध्यम से घटना दुर्घटना को अटेंड करता है, बचे हुए समय में, प्रसव उपरांत महिलाओं को उनके घर तक छोड़ने का कार्य किया जाता है, जिस समय छात्रा दर्द से कराह रही थी उसे दौरान एम्बुलेंस ग्राम सिकंदरपुर में प्रसव उपरांत एक महिला को पहुंचाने गया हुआ था।