Archana Kumari did not give up, achieved 110th rank in UPSC, became IAS
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अर्चना कुमारी के पिता डोंगरा मिडिल स्कूल के हेड मास्टर थे, वहीं अर्चना अपनी पांच बहनों में सबसे छोटी है, अर्चना ने बताया की उन्होंने दसवीं सरस्वती विद्या मंदिर राजगीर, हसनपुर से पुरी की व दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पीजी किया है।
अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षक पिता को देते हुए अर्चना ने बताया की उनकी माँ का 1999 में ही निर्धन हो गया था, 2019 में इंडियन इकॉनिमिक सर्विस की परीक्षा में अर्चना की 16 रैंक थी, और वो कृषि मंत्रालय के सहायक निदेशक पद पर कार्यरत हुई थी, उनकी चारों बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है, वही अर्चना आईएएस बनने के लक्ष्य को हासिल करने में जुटी रही।
दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक करने के बाद उन्होंने जेएनयू से पीजी की और दूसरे अटेम्प्ट में ही इंडियन इकोनॉमिक्स सर्विस में चयन हो गया, इसके लिए उन्होंने कभी कोचिंग नहीं की, लेकिन इस नौकरी से वह संतुष्ट नहीं हुई और उन्होंने सीनियर व दोस्तों के आत्मसात करने पर आईएएस बनने का लक्ष्य हासिल किया।
अपनी इस सफलता के बाद अर्चना ने कहा की जो लोग भी यूपीएससी की तैयारी करते हैं, उन्हें धैर्य रखना चाहिए कभी यह नहीं सोचना चाहिए की यह मेरी आखिरी मंजिल है, इसके आगे भी दुनिया है, खुश रहिए और कोशिश कीजिए, सफलता जरूर मिलेगी,अर्चना की इस सफलता से पूरा गांव और उनका प्रखंड गौरान्वित महसूस कर रहा है।