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जानकारी के अनुसार आमस प्रखंड के बभनडीह निवासी कौलेश्वर यादव का पुत्र रंजन कुमार रविवार को ताड़ के पेड़ से गिर गया था इलाज के दौरान किशोर की सोमवार की दोपहर मौत हो गई, मौत के बाद गांव के श्मशान घाट में कब्र खोदकर शव को दफना दिया गया जब परिजन श्मशान घाट से लौट रहे थे इसी बीच कुछ महिलाएं वहां झूमती हुई आ पहुंची उन्होंने दावा किया कि वह किशोर को जीवित कर देंगी।
फिर क्या श्मशान घाट में अंधविश्वास का खेल शुरू हो गया, परिजन भी महिलाओं के साथ कब्र के आसपास बैठ गए और भजन कीर्तन में व्यस्त हो गए, महिलाओं ने एक धार्मिक ग्रंथ भी कब्र के ऊपर रख दी है, श्मशान घाट और कब्र के आसपास नए चेहरों को फटकने भी नहीं दिया जा रहा है।
मृतक के पिता और परिजन किसी से भी बात करने को राजी नहीं है किसी भी अजनबी के बात करने पर परिजन भड़क उठ रहे हैं, महिलाओं का भी कहना है कि भजन कीर्तन अगले 3 दिनों तक लगातार चलता रहेगा इसके बाद किशोर जिंदा हो जाएगा, इस संबंध में आमस पुलिस का कहना है कि इस तरह की कोई सूचना नहीं मिली है शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका पर कार्रवाई की जाएगी।