Bihar: मुजफ्फरपुर, केंद्रीय मंत्री सह जदयू सांसद ललन सिंह के मुश्किलें अब बढ़ने वाली है। दरसल उनके द्वारा बीते 19 नवंबर को मुजफ्फरपुर के लंगत सिंह कॉलेज में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए एक बयान दिया गया था। जिसमे उन्होंने कहा था की अल्पसंख्यक समुदाय के लोग जदयू को वोट नहीं करते। कुछ लोग कहते हैं कि अब करते हैं लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री हमारे नेता आदरणीय नीतीश कुमार इन समुदाय के लिए बिना वोट के भी बहुत कुछ करते हैं। अब देखते ही देखते इस मामले ने तूल पकड़ लिया। वही इस बयान को लेकर कई मुस्लिम समर्थित पार्टी एवं प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने भी सरकार पर हमला बोला है। ललन सिंह वर्तमान में पंचायती राज एवं मत्स्य पशुपालन विभाग के मंत्री है केंद्र सरकार में तो वही बिहार में एनडीए गठबंधन वाली सरकार के समर्थित पार्टी जदयू के मुंगेर लोकसभा सीट से सांसद हैं।
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वही अब इस मामले को लेकर परिवादी मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र निवासी तमन्ना हाशमी ने यह आरोप लगाया है कि माननीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री ललन सिंह एक कार्यक्रम के दौरान मुजफ्फरपुर एलएस कॉलेज के प्रांगण में कार्यकर्ता के संबोधन में यह कहा था कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उनकी पार्टी को वोट नहीं देते हैं कुछ लोग अब कहते हैं कि वोट देते हैं इस तरह का बयान देकर उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के मान सम्मान को ठेस पहुंचाया है।
चुकी परिवादी अल्पसंख्यक समुदाय से आता है इसलिए उनका मानसिक संतुलन खराब हुआ यह जानकर और यह सुनकर क्योंकि परिवादी का कहना है कि वह नीतीश कुमार को अपना आदर्श मानते हैं। मामले में परिवादी के तरफ से आरोपी के आधार पर नए नियमानुसार धारा 298 299 302 352 बीएनएस एक्ट के तहत दर्ज कराया है। मुजफ्फरपुर के मुख्य न्यायाधीश दंडाधिकारी की अदालत में परिवाद संख्या 10266 दर्ज हुई है। जिसकी अगली सुनवाई 4 दिसंबर को निर्धारित की गई है। फिलहाल अब सुनवाई के दिन यह साफ हो पाएगा कि न्यायालय क्या फैसला करती है।
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