Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत नगर पंचायत हाटा की स्थिति ग्राम पंचायत से भी बद्तर है विकास कार्य की बात तो दूर नगर पंचायत का कार्य भी बेहतर तरीके से संचालित नहीं हो रहा है, जिसका मुख्य कारण है कर्मियों की कमी मात्र एक प्रतिनियुक्त कर्मी के सहारे नगर पंचायत का कार्य चल रहा है, जीवन मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य कार्य लंबे समय तक बाधित रहने के कारण स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है।
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जानकारी देते हुए हाटा नगर पंचायत के चेयरमैन रमेश कुमार जायसवाल ने बताया 10 माह से अधिक का समय चुनाव बीते हुए हो गया, जबकि 2 वर्ष से अधिक समय नगर पंचायत घोषित हुए हुआ, नगर पंचायत की घोषणा के बाद कृषि विभाग के एक कर्मी की प्रतिनिधि नगर पंचायत हाटा में कार्यभार संभालने के लिए किया गया, उन्हीं के सारे नगर पंचायत चल रहा है जबकि कार्यपालक पदाधिकारी के रूप में भभुआ के कार्यपालक पदाधिकारी को प्रभार दिया गया है।
जबकि उन्हीं कार्यपालक पदाधिकारी को कुदरा का भी प्रभार मिला हुआ है तीन जगह का कार्यभार संभालने के कारण पंचायत में पर्याप्त रूप से समय उनके द्वारा नहीं दिया जाता है, इस कारण से नगर पंचायत की विकास की बात तो दूर विभाग का कार्य भी नहीं हो पाता है, नगर पंचायत में कार्यरत एकमात्र कर्मी को विभागीय कार्य के लिए भी हस्ताक्षर आदि को भभुआ जाना पड़ता है।
जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र सहित अन्य कार्य लंबे-लंबे समय तक बाधित रहता है, जिस कारण से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है, नगर पंचायत में अन्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति के लिए जिला के वरीय पदाधिकारी से कई बार पत्राचार भी किया गया, मगर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, इन सब कमियों के कारण ग्रामीणों का आक्रोश चेयरमैन को झेलना पड़ता है।