Bihar: सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर कुंदन कुमार की थाना परिसर स्थित आवास से संदिग्ध स्थिति में उनका शव बरामद किया गया है। देखने में प्रतीत होता है की उन्होंने आत्महत्या कर ली है, परन्तु जिन स्थितियों में उनका शव बरामद हुआ है उससे पूरा मामला संदिग्ध लगता है। दरसल वे वर्ष 2009 बैच के दारोगा थे। पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल अंतर्गत विक्रम थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। संपत चक पटना में उनकी शादी हुई थी। जिनका एक बेटा व एक बेटी है। मामले की जानकारी देते हुए पुलिसकर्मियों ने बताया कि शाम 6:00 बजे के बाद से वे कमरे में थे। काफी देर होने पर गेट खटखटाया तो नहीं खोला गया। तब 9:30 बजे गेट तोड़कर देखा गया तो वे गमछे से पंखे से फंदा लगाए हुए थे। हालांकि, जिस अवस्था में उनकी मृत्यु हुई है उससे मामला संदिग्ध लगता है।
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अभी पिछले ही माह जब कुंदन कुमार को पता चला कि इस थाना क्षेत्र में ‘अय्याशी’ का अड्डा चल रहा है। दो घंटे का रेट 1500 रुपये वसूला जा रहा है। तब थानाध्यक्ष कुंदन कुमार के साथ एसडीपीओ सदर राम कृष्णा ने कार्रवाई करते हुए बैरगनिया शहर के कई होटलों में छापामारी की तो इन होटलों में अनैतिक काम करते हुए 4 महिला समेत 10 को हिरासत में लिया गया था। आत्महत्या से पहले थानाध्यक्ष कुंदन कुमार के सहयोग से बैरगनिया में चोरी के 30 लाख रुपये से अधिक मूल्य के 59 मोबाइल व दो लैपटाप के साथ शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया गया। मंगलवार की देर शाम भकुरहर मोहल्ले में छापेमारी कर ये सफलता मिली। पुलिस को सूचना मिली थी कि राहुल गुप्ता अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर चोरी के मोबाइल की खरीद-बिक्री करता है। उसका सहयोगी पटेल चौक निवासी देवेंद्र चौधरी का पुत्र शिवरंजन चौधरी उर्फ संता भागने में सफल रहा। गिरफ्तार व्यक्ति की निशानदेही पर छापेमारी की गई। छापेमारी टीम का नेतृत्व खुद थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर कुंदन कुमार कर रहे थे। उनके साथ तकनीकी शाखा प्रभारी पुअनि सुबोध कुमार, पुअनि सोनू कुमार यादव, सपुअनि कुमोद कुमार सिंह, तकनीकी शाखा के सिपाही कफिल अहमद व सशस्त्र बल शामिल थे।