Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
जानकारी के अनुसार वंश नारायण यादव अपने घर में परिवार के सदस्यों के साथ सोये हुए थे करीब 10 बजे की रात आसपास फूसनुमा झोपड़ी में आग की लपटें निकलने लगी परिजनों के साथ दूसरे दरवाजे से बाहर निकले, शोर मचाना शुरु हो गया तब तक आग की लपटें अन्य झोपड़ियों को भी आगोश में लेते जा रही थी जब तक लोग आग पर काबू पाते तब तक सब कुछ जलकर राख हो चुका था इस अगलगी में नगदी 5000 समेत खाने पीने का सामान, ओढ़ना, बिछावन, चौकी चारपाई सब जलकर राख हो गया अगलगी कारण एक लाख से अधिक संपत्ति जलकर नष्ट हो गई।