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अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने यह भी आदेश जारी किया है कि जो शिक्षक दूसरों को भड़काने का प्रयास करेंगे उनके विरूद्ध सीधी कार्रवाई की जाए, बावजूद शिक्षक संघ के तेवर तल्ख हैं, इससे टकराव की नौबत होती दिख रही है, जिला अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ, सीतामढ़ी के प्रतिनिधिमंडल ने इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी डॉ अमरेंद्र कुमार पाठक को ज्ञापन भी सौंपा है, संघ ने कहा है कि जब सख्ती से ड्यूटी ली जाएगी तो उनकी मांगों को भी अविलंब पूरा किया जाए, जिला सचिव दिलीप कुमार शाही के नेतृत्व में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए शुक्रवार को प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और 10 सूत्री मांगों का ज्ञापन भी सौंपा, प्रतिनिधि मंडल में संघ के जिलाध्यक्ष विनोद बिहारी मंडल, प्रमंडलीय सचिव ज्ञान प्रकाश ‘ज्ञानू’, उपाध्यक्ष द्विजेंद्र सुमन, संयुक्त सचिव संजय कर्ण शामिल थे।
ज्ञापन में एमएसीपी प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय की त्रुटि का शुद्धि पत्र शीघ्र निर्गत करने, एमएसीपी प्राप्त शिक्षकों के वेतन निर्धारण हेतु सभी प्रखंडों के चिह्नित मध्य विद्यालय के पूर्व डीडीओ की बैठक बुलाने, प्रोन्नति प्राप्त स्नातक एवं प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत शिक्षकों के भूतलक्षी प्रभाव से प्रोन्नति पत्र शीघ्र निर्गत करने, 1 जनवरी, 1996 से नियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति तिथि से वेतनमान एवं एमएसीपी का लाभ अन्य जिलों की भांति देने, कनीय एवं संविदा कर्मी को विद्यालय के निरीक्षण से मुक्त कर सक्षम पदाधिकारी से निरीक्षण कराने, विगत तीन महीने से एमडीएम के बाधित आवंटन को यथाशीघ्र निर्गत करने, वीसी या गूगल मीट विद्यालय कार्य अवधि में ही करने, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति शीघ्र करने, विद्यालयों में नामांकन के अनुरूप पुस्तक उपलब्ध कराने एवं पुस्तक ढुलाई में प्रधानाध्यापक द्वारा किए गए खर्च का भुगतान करने की मांग की गई।