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बेगूसराय सदर अस्पताल के नवजात शिशु इकाई से बच्चे की हुई चोरी

Bihar: बेगूसराय जिले के सदर अस्पताल के SNCU में भर्ती एक नवजात की बीते रात चोरी हो जाने का मामला सामने आया है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन और पुलिस की त्वरित कार्यवाई के कारण करीब 3 घंटे के अंदर ही बच्चों को बरामद कर लिया गया है। इस मामले में अस्पताल में कार्यरत प्राइवेट महिला गार्ड की संलिप्तता सामने आई है। जिसकी जांच की जा रही है। घटना के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंगेर जिले के रामनगर सूफियाबाद निवासी करण कुमार की शादी लोहिया नगर झोपड़पट्टी हुई है। उसकी पत्नी नंदनी गर्भवती रहने के कारण अपने मायके में थी, प्रसव पीड़ा होने पर शनिवार की रात आशा बहू के साथ बेगूसराय सदर अस्पताल आई जहां 10:30 बजे एक पुत्र को जन्म दिया।

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NS Newsलेकिन बच्चे की स्थिति गंभीर थी। जिसके कारण सदर अस्पताल के ही SNCU में भर्ती कराया गया। रात में नंदनी जब अपने बच्चों को दूध पिलाने के लिए पहुंची तो उसका बच्चा गायब था। जिसके बाद तुरंत मामले की सूचना अस्पताल प्रबंधन को दी गई। सिविल सर्जन सदर अस्पताल पहुंच नगर थाना को इसकी सूचना दी। पूछताछ में मौजूद महिला गार्ड द्वारा बताया गया कि एक औरत आई और दूध पिलाने के लिए नंदनी के बच्चे को मांगा तो उसने बच्चे को दे दिया। इसके बाद जब सीसीटीवी की जांच हुई तो उसमें देखा गया कि एक महिला SNCU में भीतर आती ही और बारीकी से इधर-उधर देखने के बाद बच्चे को गोद में लेकर चली जाती है।

वहां से वह दो अन्य महिलाओं के साथ अस्पताल के बाहर निकल जाती है। घटना को लेकर जब उक्त महिला गार्ड से  पूछताछ किया गया तो पता चला कि बच्चा बेच दिया गया है। उसने लाखो थाना क्षेत्र के भगवानपुर निवासी एक महिला के हाथों बच्चा बेचा है। इसके बाद पहुंची नगर थाना की पुलिस ने देर रात भगवानपुर पहुंची और वहां से बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया। फिलहाल बच्चे को ले जाने वाली महिला एवं ड्यूटी पर तैनात गार्ड को से पूछताछ किया जा रहा है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लाखो थाना क्षेत्र के भगवानपुर निवासी स्व. सखीचन्द्र साह के पुत्र अजीत कुमार को कोई संतान नहीं है।

उसका कोई संबंधी कोरिया वासुदेवपुर में रहता है। बहुत दिनों से कोई बच्चा गोद लेने के लिए हर संबंधी से अजीत आग्रह करता था। उसी में से इसका कोई संपर्क के लोग कोरिया बासुदेवपुर के आशा बहु या नर्स से बात किया। भगवानपुर के स्थानीय लोगों के अनुसार वह 60 हजार में बच्चा को खरीदा गया। रविवार की शाम 8:00 बजे अजीत की पत्नी को बच्चा गोद में दे दिया गया लेकिन पुलिस तत्परता दिखाते हुए रात्रि 1:00 बजे के करीब भगवानपुर उसके घर से बच्चा बरामद कर लिया। पुलिस अजीत की पत्नी और उसके चचरे भाई शिक्षक मिथिलेश साह के साथ तीन अन्य लोग को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

 

 

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