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दरअसल रविवार की दोपहर 1 बजे बड़ी खंजरपुर से अधिक यादव अपने पुत्र प्रदीप के साथ, कुप्पाघाट के जितेंद्र यादव, बड़ी खंजरपुर निवासी लखन यादव, मायागंज निवासी दशरथ यादव अपने पुत्र चंदन के साथ, कुप्पाघाट निवासी विजय यादव, धीरज यादव और मायागंज के रहने वाले कारू यादव अपने-अपने भैंस को लेकर मंठ घाट पहुंचे।
जहां से 8 चारवाहे प्रदीप यादव, कारू यादव, मोहन यादव, धीरज यादव, पियूष यादव, सिकंदर यादव, चंदन यादव समेत आठ चरवाहा भैस के साथ गंगा में उतरे और मवेशियों को चराने के लिए शंकरपुर दियारा की ओर ले जाने लगे, इसी दौरान दिए जाने के क्रम में ड्रेजिंग शिप खंजरपुर घाट से गुजर रहा था इसी बीच पानी की तेज बहाव मवेशी सहित 8 चरवाहों को बहा ले गई 60 मवेशियों के साथ सभी आठ चरवाहे भी जहाज के भीतर चले गए वही 40 से 42 मवेशियों की कटकर मौत हो गई है चंदन, मोहन, प्रदीप, पीयूष, धीरज सहित छह लोगों ने किसी तरह जान बचाकर बाहर निकल गए, लेकिन सिकंदर और कारु नहीं निकल पाए दोनों लापता है।
सूचना मिलते ही बरारी, तिलकामांझी और जोगसर थानाध्यक्ष दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच के बाद में एसडीएम धनंजय कुमार ने भी मौके पर पहुंच कर जानकारी दी और बताया कि पानी के तेज बहाव के कारण घटना हुई है 20 से 25 भैसो के जहाज से कटकर मौत होने और 2 लोगों के लापता होने की जानकारी मिल रही है बचाव और राहत कार्य चल रहा है इसके लिए एसडीआरएफ की टीम लगी हुई है।