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
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल उनके पति, भाई और अन्य लोगों के 5 राज्यों के कुल 23 ठिकानों पर छापेमारी की, इस दौरान अब तक 19.31 करोड़ रुपए नकद जब्त हो चुके हैं छापेमारी में मिले निवेश और लेनदेन से संबंधित दस्तावेजों की जांच हो रही है साथ ही इसमें शामिल लोगों से पूछताछ जारी है, जांच में जानकारी मिली है कि पूजा सिंघल के पास एक ही समय में दो दो पैन नंबर हुआ करते थे एक पैन नंबर गाजियाबाद के पते और दूसरा रांची के पते पर।
वही स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम सहरसा के जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी के ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापेमारी कर रही है जेल अधीक्षक सुरेश चौधरी पर आय से अधिक डेढ़ करोड़ रुपए अवैध तरीके से अर्जित करने का आरोप है विजिलेंस यूनिट की टीम की निगाह काफी समय से सुरेश चौधरी पर थी साक्ष्य जुटाने के बाद इन पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज कराया गया और कोर्ट की अनुमति मिलते ही शुक्रवार की सुबह से सहरसा के साथ मुजफ्फरपुर के ठिकानों पर छापेमारी की गई।
इस दौरान उनके सहरसा स्थित कार्यालय के अलमीरा से 10 लाख कैश बरामद किया, साथ ही लेन-देन से जुड़े कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं, पहली बार छापेमारी के दौरान किसी सरकारी पदाधिकारी कार्यालय से उसकी इतनी बड़ी रकम बरामद हुई है, मुजफ्फरपुर ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के कृष्णा टोली गली नंबर 5 में 2 कट्ठा जमीन पर बने 3 मंजिला मकान से एक लाख कैश, लाखों की ज्वेलरी के अलावा करोड़ रुपए के जमीन जायदाद और कई वित्तीय संस्थानों में लाखों रुपए निवेश से जुड़े कागजात मिले हैं।
जमीन की कीमत तीन से चार करोड़ रुपए बताई गई है इसी मोहल्ले में इस मकान के पास डेढ़ कट्ठा जमीन पर दूसरा तीन मंजिला मकान बना हुआ है इस मकान में किराएदार या रिश्तेदार रहते हैं यह दोनों मकान पत्नी के नाम पर है वहीं जांच में पता चला कि उन्होंने 1 साल से अपना वेतन ही नहीं निकाला है, जांच में पाया गया कि उन्होंने अपनी अवैध कमाई से पटना, मुजफ्फरपुर, मोतीपुर और हाजीपुर में सबसे ज्यादा जमीन जायदाद खरीदे हैं, इससे संबंधित डीड का मूल्य करीब 3 करोड़ है जबकि इनका बाजार में मूल्य करीब 15 से 17 गुना ज्यादा है उन्होंने अधिकतर संपत्ति अपनी पत्नी मनीषा चौधरी के नाम पर खरीदी है कुछ नजदीकी रिश्तेदारों के नाम पर थी मुजफ्फरपुर में संपत्ति मिली है जांच के दौरान इनके पास कोई बेनामी लेनदेन के अलावा बेनामी संपत्ति के प्रमाण भी मिले हैं।
तीसरी छापेमारी बिहटा में तैनात पुलिस अवर निरीक्षक अवधेश झा के सकरा कॉलेज आवास पर आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा की गई, अवधेश के पिता उमाशंकर झा प्रखंड कृषि पदाधिकारी के पद से सेवानिवृत्त है, डीएसपी सुमन कुमार शर्मा के नेतृत्व में छापेमारी के कार्य शुक्रवार की सुबह से ही चल रहा था डीएसपी ने बताया कि अवधेश झा के खिलाफ बिहटा में मामला दर्ज किया गया है उन पर आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है।
छापेमारी के दौरान पत्नी और मां के नाम पर दानापुर, विक्रम और सकरा में 5 प्लॉट के कागजात मिले हैं इसका सरकारी मूल्य 59 लाख रुपए से अधिक है, इसके अलावा जीवन बीमा से जुड़े 25 पॉलिसी के कागजात करीब एक दर्जन बैंक खाते, सुगौली थाना की पुरानी स्टेशन डायरी के अलावा निवेश से जुड़े कागजात मिले हैं, बीमा की पॉलिसी में लाखों रुपए के निवेश किए गए हैं, बालू के अवैध धंधे में उनका नाम सामने आने के बाद उन्हें पिछले वर्ष निलंबित कर दिया गया था, वर्तमान में उनका मुख्यालय पूर्णिया आईजी कार्यालय है, अवधेश कुमार झा 2009 बैच के दरोगा है शुरुआती दिनों में इनकी तैनाती पूर्वी चंपारण और पटना के जिले के कई थानों में रही, इंस्पेक्टर रैंक से प्रोन्नति के बाद इन्हें बिहटा में थानाध्यक्ष बनाया गया, बालू का अवैध कारोबार से लाखो रूपए की अवैध संपत्ति जमा कर ली जांच में उनकी वास्तविक आय से 83% अधिक संपत्ति पाई गई है।