Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित न्यू बीआरसी भवन मे प्रखंड के शिक्षकों का चहक कार्यक्रम के तहत द्वितीय चरण का पांच दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण गुरुवार से चल रहा है, इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रखंड के 125 से अधिक शिक्षकों को तीन समूह में बांटकर अलग-अलग प्रशिक्षण दिया जा रहा है, चल रहे प्रशिक्षण का निरीक्षण जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अक्षय कुमार पांडेय द्वारा किया गया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
इस प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षु शिक्षकों को विभिन्न गतिविधि के माध्यम से खेल खेल में बच्चों को रोचक तरीके से कैसे पढ़ाया जा सकता है इसकी जानकारी दी जा रही है, जांच के दौरान उन्होंने विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन भी किया एवं गतिविधियों से संबंधित कई निर्देश भी उनके द्वारा दिए गए।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अक्षय कुमार पांडेय ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत सरकारी विद्यालयों में पहली कक्षा के बच्चों को अब खेल खेल में शिक्षा दी जाएगी, जिसके लिए बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा चहक कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. इसके तहत शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को किताबों का बोझ ना देकर खेलों के जरिए शिक्षा से जोड़ा जाएगा ताकि बच्चे स्कूल आए तो अपने नैसर्गिक रूप को बरकरार रखें, उन्होने बताया कि चहक प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य बच्चों को विद्यालय के प्रति सहज बनाना है. प्रशिक्षु शिक्षकों को बच्चों के बीच अपनापन विकसित करना है, शिक्षक को गाने, हंसने, खेलने वाली विधि से शिक्षण कार्य के लिए तैयार करने के लिए यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
बच्चे विद्यालय में उपस्थित होकर पढ़ाई में रुचि लें और विद्यालय में उनकी मुस्कुराहट बनी रहे इसलिए इस कार्यक्रम को चहक नाम दिया गया है, इस प्रशिक्षण के दौरान सैयद अफाक नैयर, नीतू कुमारी, अशोक कुमार विजय, मानोज श्रीवास्तव सहित सभी प्रशिक्षु शिक्षक मौजूद रहे।