Bihar: कैमूर जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत करकटगढ़ जलप्रपात पर पिकनिक मनाने गए लगभग 400 लोगों को रेस्क्यू टीम के द्वारा जुगाड़ू संसाधन से बचाने का कार्य किया गया है, राहत कार्य रविवार देर रात तक चलती रही जानकारी के मुताबिक सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
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मिली जानकारी के मुताबिक 10 जुलाई 2022 की तिथि को बकरीद पर्व पर सभी कार्यालय बंद थे, जिसे लेकर करकटगढ़ जलप्रपात में भारी संख्या में लोग पिकनिक मनाने के लिए पहुंच गए, उस दौरान कर्मनाशा नदी जो जलप्रपात का मुख्य स्रोत है, उसमें जलस्तर काफी कम था, और सभी लोग कर्मनाशा नदी को पार करके नदी के दूसरे छोर पर पिकनिक मनाने के लिए चले गए लगभग 2:30 बजे के करीब अचानक जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया, और लगभग 400 के करीब पिकनिक मनाने गए महिला पुरुष एवं छोटे बच्चे नदी के दूसरे छोर पर फंस गए।
चुकी करकटगढ़ जलप्रपात जिस स्थल पर स्थित है वह इलाका काफी सुनसान है, नदी के दूसरे छोर से लाभ लगभग 12 से 15 किलोमीटर दूर लोगों की आबादी है नदी के दूसरे छोर में फंसे लोगों ने किसी तरह इसकी सूचना चैनपुर थाने तक पहुंचाई, जिसके बाद चैनपुर पुलिस टीम एवं चैनपुर अंचलाधिकारी के द्वारा राहत एवं बचाव कार्य के लिए तत्काल मौके पर पहुंचा गया।
इस मामले से संबंधित जानकारी लेने पर चैनपुर थानाध्यक्ष संजय कुमार पासी के द्वारा बताया गया नदी के दूसरे छोर पर लोग फंसे हुए है ऐसी सूचना 3:00 बजे करीब इन्हे प्राप्त हुई जिस पर तत्काल वरीय पदाधिकारी को सूचना देते हुए चैनपुर सीओ पुरेंद्र कुमार सिंह के साथ करकटगढ़ जलप्रपात पहुंचे, उस समय यह आंकड़ा नहीं था कि कितने तादाद में लोग फंसे हुए हैं, वहां जाने की पर यह पता चला कि लगभग 400 के करीब लोग फंसे हैं, स्थानीय स्तर पर जुगाड़ व्यवस्था से ट्यूब के सहारे नदी के दूसरे छोर पहुंचकर पेड़ में रस्सी बांधते हुए धीरे-धीरे करके लोगों को नदी पार की गई एवं दूसरी तरफ एक व्यक्ति को यूपी में स्थित औरंवा टांड वाड़ डैम जहां से पानी को छोड़ा गया था।
वहां भेज कर तत्काल पानी को रुकवाया गया, डैम की दूरी करकटगढ़ से लगभग 14 किलोमीटर है, डैम से पानी रुकवाने के बावजूद भी नदी के जलस्तर को घटने में 3 से 4 घंटे लग गए, तब तक आधे से अधिक लोगों को रस्सी के सहारे निकाल लिए गए थे जलस्तर कम होने के बाद पिकनिक मनाने पहुंचे महिला पुरुष एवं छोटे-छोटे बच्चे सभी लोगों को सुरक्षित करकटगढ़ लाया गया, जहां से सभी को सुरक्षित घर भेज दिया गया है उक्त कार्य करने में रात हो गया, इस कार्य में करकटगढ़ वन विभाग के कर्मी सहित स्थानीय ग्रामीणों का काफी सहयोग रहा उनका कार्य काफी सराहनीय है, सभी लोगों के सहयोग से सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।