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जानकारी के अनुसार मेजरगंज थाने में 10 जुलाई को कांड संख्या 155/21 दर्ज किया गया था, मेजरगंज थाना क्षेत्र के कुआरी मदन गांव निवासी सुबोध सिंह के पुत्र प्रभात कुमार ने यह मामला दर्ज कराया था, प्रभात ने उन पर 21 लाख 96 हजार उधार लेकर चुकता नहीं करने का आरोप दर्ज कराया था।
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इसकी शिकायत लेकर प्रभात मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचे थे, जहां से मुख्यमंत्री के आदेश के बाद से ही मामले में जांच तेज हुई और मुख्यमंत्री ने संबंधित पदाधिकारियों को जांच व कार्रवाई का आदेश दिया, वही एसडीपीओ की जांच में मामले को सत्य करार देते हुए आरोपी का नाम, पता और उम्र का सत्यापन कर गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया गया है फरार रहने की स्थिति में कुर्की जब्ती के भी आदेश दिए गए हैं।
दरअसल मेजरगंज के तत्कालीन सीओ और चंदन कुमार ने प्रभात को विश्वास में लेकर बैंक के माध्यम से नकद रूप में कुल 21 लाख 96 हजार उधार लिए इस राशि को कुछ दिनों के बाद लौटने के बाद कही थी, जिसकी कुछ दिनों बाद से वह उधार राशि देने में टाल मटोल करने लगे बार-बार आग्रह करने पर भी को ने मात्र 45 हजार रुपए एक एग्रीमेंट पेपर बनाकर वापस किया, उस पेपर पर सीओ ने 21 लाख 96000 में से 45000 रुपए चेक के माध्यम से वापस करने की बात लिखी मार्च 2019 तक वापस करने की बात लिखी यह भी लिखा गया की यदि समय पर राशि का भुगतान नहीं किया गया तो प्रभात किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं, व्हाट्सएप चैट में भी पैसे के लेन-देन का प्रमाण उपलब्ध है।
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वही मेजरगंज के तत्कालीन को चंदन कुमार कहना है की यह सारे आरोप बेबुनियाद है उन्हें साजिश के तहत फसाया जा रहा है, उनका कहना है की इसमें पुलिस विभाग के लोग भी मिले हुए हैं, वहां के एसपी से वह मांग कर रहे हैं की पुरी मामले की अपने स्तर से जांच करें, तभी जांच में असलियत सामने आ पाएगी।