Home मोहनिया शव लेकर कोलकाता जा रही एंबुलेंस, ट्रक से टकराई आधा दर्जन हुए...

शव लेकर कोलकाता जा रही एंबुलेंस, ट्रक से टकराई आधा दर्जन हुए गंभीर रूप से जख्मी,वाराणसी रेफर

दुर्घटना में क्षतिग्रस्त एम्बुलेंस

Ambulance going to Kolkata carrying dead body, half a dozen seriously injured after colliding with truck

घायलों का इलाज करते चिकित्सक
घायलों का इलाज करते चिकित्सक

Bihar: कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बरेज के समीप जीटी रोड पर शनिवार को ट्रक व एंबुलेंस की टक्कर में दो चालक सहित आधा दर्जन लोग घायल हो गए, जिसमें दो महिलाएं शामिल हैं, सभी घायलों का इलाज अनुमंडल अस्पताल में किया गया, दोनों चालकों को बेहतर इलाज के लिए वाराणसी भेज दिया गया।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

बताया जा रहा है कि एम्बुलेंस मध्यप्रदेश से शव लेकर कोलकाता जा रही थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार नॉर्थ 24 परगना, गोपाल नगर पश्चिम बंगाल निवासी स्वपन चिंत्रापात्रो भिंड मध्य प्रदेश में रहते थे। दो दिन पूर्व उनका देहांत हो गया उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार पुत्र व अन्य स्वजन एंबुलेंस से घर ले जा रहे थे0एम्बुलेंस में दो चालकों अशीष कुमार इटावा यूपी व बिजेन्द्र प्रताप ग्राम उसरई कुम्हावर इटावा यूपी मृतक के पुत्र सौरभ चिंत्रापात्रो, पत्नी सोना चिंत्रापात्रो, भाई रतन चिंत्रापात्रो व उनकी पत्नी पूजा चिंत्रापात्रो सवार थे।

वाराणसी व मोहनिया के बीच सभी लोग एंबुलेंस रोककर होटल में खाना खाने लगे इसी दौरान एंबुलेंस चालकों ने शराब का सेवन कर लिया, दुर्गावती के समीप एंबुलेंस के चालक ने कहा कि उसे नींद आ रही है, इसके बाद दूसरा चालक एंबुलेंस चलाने लगा दुर्घटना से पहले एंबुलेंस दो बार डिवाइडर में टकराने से बच्ची इसके बाद एंबुलेंस में सवार लोगों ने एंबुलेंस रोकने को कहा लेकिन चालक में नहीं माना।

मोहनिया थाना क्षेत्र के बरेली गांव के समीप सड़क के किनारे खड़े ट्रक में एंबुलेंस ने जोरदार टक्कर मार दी उसमें सवार सभी लोग घायल हुए चालकों को अधिक चोट आई है, दुर्घटना के बाद एम्बुलेंस में फंसे चालक को एनएचआई की पेट्रोलिंग टीम ने क्रेन की मदद से बाहर निकाला।

सभी घायलों को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल मोहनिया पहुंचाया गया, जहां से प्राथमिक इलाज के बाद दोनों चालकों को बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर कर दिया गया, एंबुलेंस में सवार मृतक के पुत्र सौरभ चिंत्रा पात्रों ने बताया कि वे अपने पिता का शव लेकर गांव जा रहे थे, यह उनकी अंतिम इच्छा थी, एंबुलेंस में उनकी मां और चाचा चाची सवार थे,। एंबुलेंस के चालकों ने खाना खाते समय चुपके से कब शराब का सेवन कर लिया यह पता नहीं चला। शराब के नशे में ही चालक ने इस घटना को अंजाम दिया।

Exit mobile version